महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजे आने के एक सप्ताह बाद भी वहां पर नई सरकार को लेकर तस्वीर साफ होती दिखाई नहीं दे रही है. महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसका नाम तो लगभग तय हो चुका है लेकिन अभी भी कोई औपचारिक एलान नहीं किया गया है हालांकि शपथग्रहण के दिन तारीख और समय का एलान किया जा चुका है.
महाराष्ट्र के सीएम पर कहां फंसा पेंच
कई दौर की बैठकों के बाद भी नाम फाइनल ना होने के अटकलों का बाजार गर्म हो रहा है. महायुति के तीनों प्रमुख नेताओं की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ मीटिंग भी हो चुकी है, एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनने से इंकार भी कर चुके हैं, अजित पवार की भी सहमति मिल चुकी है इसके बावजूद अब तक सीएम के नाम का आधिकारिक एलान नहीं किया गया है.
सवाल ये उठता है कि आखिर अब कहां पर पेंच फंसा हुआ है जो सीएम के नाम का एलान करने से बीजेपी हिचकिचा रही है. सूत्रों के हवाले से खबर ये है कि बीजेपी और शिवसेना के बीच गृह मंत्रालय और विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है.
शिंदे सेना का कहना है कि अगर एकनाथ शिंदे सीएम नहीं बनते हैं तो गृहमंत्रालय और विधानसभा अध्यक्ष पद हमें दिया जाए, इसके अलावा शिंदे सेना की तरफ से और भी कई महत्वपूर्ण मंत्रालय मांगे गए हैं लेकिन सबसे ज्यादा खींचातानी गृह मंत्रालय और विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर चल रही है. भाजपा और शिवसेना दोनों ही पार्टी इस अहम पद को अपने पास रखना चाहते हैं.
इस बीच वरिष्ठ भाजपा नेता रावसाहेब दानवे ने कहा है कि मुख्यमंत्री का नाम तय हो चुका है, महाराष्ट्र की जनता जानती है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, बस पार्टी की तरफ से नाम का आधिकारिक एलान होना बाकी है. मंत्रीमंडल को लेकर उन्होंने कहा कि ये सीएम का विशेषाधिकार है कि वो राज्य मंत्रीमंडल में किसे शामिल करना चाहते हैं और किसे नहीं.
बता दें कि महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कल सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि 5 दिसंबर 2024 को शाम 5 बजे ऐतिहासिक आजाद मैदान में नई सरकार का शपथग्रहण समारोह होगा. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी भी मौजूद रहेंगे.
याद रहे कि 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र चुनाव में महायुति गठबंधन को कुल 235 सीटें मिली थी. इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटों पर जीत मिली थी. इसके बाद से ही वहां पर नई सरकार बनाने की कवायद चल रही थी.
पहले एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से सीएम पद की मांग की गई थी लेकिन बाद में शिंदे ने खुद मीडिया के सामने आकर कहा था कि मैं सीएम पद की रेस में नहीं हूं, पीएम मोदी जो भी फैसला करेंगे वो मुझे मंजूर होगा.
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