महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को बंपर जीत मिलने के बाद अब सीएम पद के चेहरे को लेकर घमासान तेज हो गया है. शिंदे और फडणवीस में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस स्थिती ने भाजपा आलाकमान की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
अगर महायुति गठबंधन में मची खींचातानी कम नहीं होती है तो महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा ये पीएम मोदी या अमित शाह नहीं कर पाएंगे बल्कि एक ऐसा शख्स है जो महाराष्ट्र में किंग मेकर की भूमिका निभा सकता है.
बिना उसे साथ लिए ना तो शिंदे और ना ही फडणवीस मुख्यमंत्री पद की कुर्सी तक पहुंच सकते हैं. उस शख्स का नाम है अजित पवार. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजे के बाद जो समीकरण बने हैं उसके मुताबिक एनसीपी प्रमुख अजित पवार किंग मेकर की भूमिका में आ गए हैं.
शिंदे या फडणवीस में से जिसे वो अपना समर्थन दे देंगे वो सीएम बन जाएगा. एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना की तरफ से ये साफ कर दिया गया है कि वो मुख्यमंत्री पद से कम पर समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं.
भाजपा चाहती है कि शिंदे गुट उपमुख्यमंत्री पद या फिर केंद्र में कोई बड़ा मंत्री पद स्वीकार कर ले और महाराष्ट्र में फडणवीस को मुख्यमंत्री बन जाने दे.
शिंदे सेना का कहना है कि जिसके चेहरे पर चुनाव लड़ा गया मुख्यमंत्री उसी को बनाना चाहिए. इसके लिए वो बिहार का उदाहरण भी पेश कर रहे हैं.
बता दें कि 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र चुनाव में महायुति गठबंधन को कुल 235 सीटें मिली थी. इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटों पर जीत मिली थी.
इस हिसाब से अगर भाजपा को सरकार बनानी है तो उसे दोनों दलों में किसी एक को तो साथ लेना ही होगा. अगर शिंदे और अजित पवार दोनों ही एकजुट हो जाते हैं तो बीजेपी सरकार नहीं बना सकती.
अगर अजित पवार बीजेपी को समर्थन दे देते हैं तो बीजेपी बिना शिंदे गुट को साथ लिए सरकार बनाने में सक्षम है. अब देखना ये दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की रेस में कौन जीतेगा.