उत्तर प्रदेश में विविध संस्कृति और समृद्ध इतिहास है। अनूठी परंपराओं की बात हो तो प्रदेश का नाम भी आता है। उत्तर प्रदेश भारत का ऐसा राज्य है जहां सबसे ज्यादा ज़िले हैं। इसके साथ ही सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला राज्य भी है। साल 2011 में हुई जनगणना के मुताबिक़ तब प्रदेश की जनसंख्या 19 करोड़ 98 लाख दर्ज हुई थी। हालाँकि अब यह आँकड़े बदल चुके होंगे।

जनसंख्या ने ही उत्तर प्रदेश का भारतीय राजनीति, समाज और आर्थिक क्षेत्र में महत्व बढ़ा दिया है। बीते कुछ सालों में राज्य की शिक्षा की स्थिति में सुधार आया है। लेकिन आज भी कई ऐसे ज़िले हैं जो शिक्षा के मामले में कुछ ज्यादा ही पिछड़े हुए हैं। ऐसे में क्या आप जानते हैं प्रदेश का वह कौन सा ज़िला है जहां सबसे कम पढ़े लिखे लोग रहते हैं।

प्रदेश में कितने ज़िले

उत्तर प्रदेश में कुल ज़िलों की संख्या 75 है। यह 75 ज़िले 18 मंडलों में आते हैं। 18 मंडलों को चार संभागों में रखा गया है, जोकि पूर्वांचल, मध्य उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश हैं।

सबसे कम पढ़ा लिखा जिला

उत्तर प्रदेश में साक्षरता दर साल 2011 में 67.68 प्रतिशत दर्ज की गई थी। पुरुषों की दर 77.3 और महिलाओं की साक्षरता दर 57.2 प्रतिशत दर्ज हुई थी। सबसे कम पढ़े लिखे ज़िले की बात करें तो वह श्रावस्ती जिला है। यहां पुरुषों की साक्षरता दर 57.2 प्रतिशत थी।

ऐतिहासिक नगरी है श्रावस्ती

श्रावस्ती प्राचीन कोसला साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी। यह बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र स्थान भी है, क्योंकि यहां भगवान बुद्ध ने नास्तिकों को सही दिशा दिखाने के लिए कई चमत्कार किए थे।