हाल ही में उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में काफी दर्दनाक हादसा हुआ है. जिसमें पांच लोगों की जान चली गई है. इसी के साथ ही एक व्यक्ति घायल भी है. यह हादसा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर कार से हुआ है. दरअसल कार काफी ज्यादा स्पीड में थी. जिससे वह बेकाबू होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए दूसरी साइड जा रहे ट्रक से जाकर टकरा गई.

इस हादसे में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के चार डॉक्टरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई है. बता दें कि यह सारा मामला सुबह लगभग साढे तीन बजे है. इस हादसे का शिकार हुए सभी लोग लखनऊ से एक शादी से वापस लौट रहे थे.

शादी समारोह से लौट रहे पांच लोगों की मौत:

यह सारी जानकारी सुबह लगभग 3:43 पर कंट्रोल रुम को मिली कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के किलोमीटर संख्या 196 पर दुर्घटना हो गई है. जिसके बाद मौके पर पुलिस दुर्घटना स्थल पर पहुंची. बता दें कि पुलिसकर्मियों ने बताया कि स्कॉर्पियो आगरा जा रही थी लेकिन ड्राइवर को नींद आने के कारण कार डिवाइडर को तोड़कर आगरा से लखनऊ जाने वाली लाइन पर चली गई.

जिसके बाद आगरा की ओर आ रहे एक ट्रक से जाकर लड़ गई. इस हादसे में अनिरुद्ध वर्मा पुत्र पवन कुमार वर्मा निवासी राधा विहार एक्सटेंशन कमला नगर आगरा समेत पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है इसके साथ ही एक व्यक्ति गंभीर रुप से घायल हो गया. घायल व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज में तुरंत भर्ती कराया गया है.

मृतकों को मोर्चरी में रखा गया है. जानकारी के हिसाब से मृतकों में चार डॉक्टर शामिल है जो कि सैफई मेडिकल कॉलेज में PG कर रहे थे. इसी के साथ ही एक मृतक लिपिक है. मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ.दिलीप सिंह ने जानकारी दी कि सभी मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है. हादसे में कार पुरी तरह खत्म हो गई है. इसी के साथ ही उन्होने बताया कि जिस ट्रक से कार टकराई है उसका ड्राइवर मौके पर ही भाग निकला. SP अमित कुमार ने कहा कि- तिर्वा पुलिस को हादसे की जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं.

मृतकों की पहचान:

  • अनिरुद्ध वर्मा (29) पुत्र पवन कुमार वर्मा निवासी राधा विहार एक्सटेंशन, कमला नगर आगरा
  • संतोष कुमार मौर्य पुत्र जीत नारायण मौर्य निवासी राजपुरा भाग-3 भदोही संत रविदास नगर
  • अरुण कुमार पुत्र अंगद लाल निवासी तेरा मल्लू मोचीपुर, कन्नौज
  • नरदेव पुत्र राम लखन गंगवार निवासी बायपास रोड नजदीक श्याम चरण स्कूल नवाबगंज बरेली
  • राकेश कुमार, लिपिक
  • जयवीर सिंह पुत्र करण सिंह निवासी बुद्ध विहार मुरादाबाद जो की गंभीर घायल है. इनका इलाज सैफई में चल रहा हैं.

अखिलेश यादव ने हादसे पर की ये पोस्ट:

इस दर्दनाक हादसे पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर अपने दुख को जाया करते हुए लिखते है कि- हर एक जान अनमोल होती है, लेकिन जान बचाने वाले डॉक्टरों की जान जाना और भी अधिक दुखद घटना है. श्रद्धांजलि!
इसी के साथ ही उन्होने लिखा कि- उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार को ये सोचना चाहिए कि एक्सप्रेस-वे पर अचानक हादसों की संख्या इतनी क्यों बढ़ गई है.

  • क्या भाजपा सरकार सपा के समय में बने इस विश्वस्तरीय एक्सप्रेस-वे की देख रेख करने की योग्यता और क्षमता नहीं रखती है या फिर जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है।
  • क्या हाईवे की पुलिसिंग कोने में गाड़ी लगाकर, मोबाइल देखने के लिए ही रह गई है. जब मोबाइल से सिर उठाएंगे तब तो देखेंगे कि कौन गलत-सही गाड़ी चला रहा है.

क्या स्पीड पर निगाह रखनेवाली CCTV टेक्नॉलॉजी केवल चालान काटकर पैसा कमाने के लिए है या चेतावनी देकर जान बचाने के लिए भी है.

क्या जानवरों की आवा-जाही के नियंत्रण का कोई भी उपाय सरकार के पास नहीं है. जो सैकड़ों बार हादसों का कारण बन रहे हैं.

भाजपा राज में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के प्रति द्वेष भरा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. जिसकी कीमत जनता अपनी जान गंवाकर चुका रही हैं. सपा के लिए एक्सप्रेस-वे एक बड़ी सोच का ठोस रूप था. जिसका लक्ष्य सुरक्षा के साथ आवागमन-परिवहन को गतिमान बनाकर बीच के सभी क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था, कृषि और कारोबार को प्रगति और विकास के मार्ग से जोड़ना रहा, लेकिन भाजपा के लिए ये केवल करोड़ों का टोल कमाने का जरिया भर बनकर रह गया है.

ये टोल कलेक्शन का काम भी प्राइवेट कंपनी को ही दिया गया है. और क्यों दिया गया है. ये समझाने की ज़रूरत जनता को नहीं है.
अगर सरकार में कोई भी एक ज़िम्मेदार हो तो जवाब भले न दे पर जनता के जीवन को बचाने के उपाय ज़रूर करें.