हमारे देश में आज भी कई ऐसे गांव है जो अपने आप में रहस्यों से भरे हुए हैं. आज हम आपको उत्तर प्रदेश के एक ऐसे ही गांव के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसके बारे में कहा जाता है आज भी इस गांव में खोदाई के दौरान सोने-चांदी के सिक्के निकलते हैं.
यमुना नदी के किनारे में बसे इस गांव को सम्राट अकबर के दरबारी बीरबल के ननिहाल के तौर पर भी जाना जाता हैं. हालांकि यहां पर कई प्राचीन मंदिर हैं जिनकी काफी मान्यताएं हैं. बताया जाता है कि इन्हीं मंदिरों के नीचे खजाना छिपा है.
आज भी रहस्य बरकरार बना हुआ है कोई नहीं जानता है कि आखिर खजाना किस मंदिर के नीचे दबा हुआ है, लेकिन गांव वालों ने अपनी किस्से-कहानियों के सहारे खजाने का रहस्य आज भी जिंदा रखा है.
किस्से-कहानियों के सहारे आज भी जिंदा है खजाने का रहस्य :
बीरबल के ननिहाल एकडला में कहां खजाना छिपा है और कहां नहीं, इस बार में आधिकारिक तौर पर पुरातत्व विभाग की ओर से कोई जानकारी नहीं आई है, लेकिन गांव को लोगों द्वारा सुनाई जाने वाली किस्से-कहानियां इस अफवाह को जिंदा रखे हुए हैं.
इसके चलते कभी बंजारे तो कभी तांत्रिक मंदिरों को नुकसान पहुंचाते हैं. बता दें, आज से तीन साल पहले गांव में यमुना किनारे स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर में खजाने की तलाश में लुटरों ने 12 फीट लंबी सुरंग खोद दी थी.
क्यों पड़ा इस गांव का नाम ‘एकडला’ :
कई वर्षों पहले ये गांव व्यापारिक केंद्र था. जहां बड़े व्यापारी व्यापार करने आते थे. बता दें ये नदी के तट पर स्थित है ऐसे में बड़े व्यापारियों को नदी पार करने के लिए बरगद की एक डाल का इस्तेमाल करना पड़ता था. जिसके बाद इस गांव का नाम एकडला पड़ गया.
आज भी खजाने की तलाश में आते हैं लोग :
एकडला में आज भी लोग खजाने की तलाश में आते-जाते रहते हैं. साल 2010 में प्राचीन काली मंदिर में सोना गड़ा होने के अंदेशे पर कुछ तांत्रिकों ने खोदाई कर डाली थी. साल 2021 में भी प्राचीन शिव मंदिर के नीचे सुरंग खोद दी गई थी. सुबह लोगों को इसकी जानकारी हो पाई थी.