उत्तर प्रदेश की योगी सरकार घरेलू हिंसा से त्रस्त बेटियों और महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने का काम तेज कर दिया है इसके तहत प्रदेश भर में शक्ति सदन के संचालन का काम शुरु किया जा रहा है. बेटियों को फ्री में रहने की सुविधा योगी सरकार की ओर से प्रदान की जाएगी. हालांकि अभी इसके लिए 10 जिलों का ही चयन किया गया है.
बेटियों के लिए योगी सरकार की सुविधा
जिसमें भिन्न-भिन्न श्रेणी के अंतर्गत पीड़ित बेटियों और महिलाओं को उनकी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ पुनर्वासन और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का भी काम होगा. भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित मिशन शक्ति की उपयोजना सामर्थ्य के अंतर्गत सरकार योगी सरकार शक्ति सदन का संचालन करेगी.
फ्लाइट प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रदेश के 10 जिलों में शक्ति सदन के संचालन को स्वीकृति प्रदान की गई है और इसे शुरु करने की प्रक्रिया शुरु हो गई है. शक्ति सदन में 50 महिलाओं के रहने की व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए आवासीय भवन का चयन किया जा रहा है. ये भवन ऐसे स्थान पर होगा, जहां से जिला मुख्यालय निक़ट हो और उस स्थान तक आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो.
इन जिलों में शुरु होगा शक्ति सदनः
महिला कल्याण विभाग प्रदेश के 10 जिलों बनारस, आजमगढ़, कानपुर नगर, चित्रकूट, झांसी, गोंडा, बस्ती, मिर्जापुर और सहारनपुर में शक्ति सदन का संचालन योगी सरकार की ओर से किया जाएगा. शक्ति सदन के संचालन के लिए आवासीय भवन की तलाश की जा रही है. इसके लिए भवन को किराए पर लिया जाएगा.
संबंधित जनपदों में 50 की स्वीकृत क्षमता वाले इन भवनों में महिलाओं और बेटियों के रहने की पूरी व्यवस्था की जाएगी. शक्ति सदन में रहने के लिए, भोजन, कपड़े, स्वास्थ्य के साथ-साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराया जाएगा. शक्ति सदन के सुचारु रुप से संचालन के लिए सेवा प्रदाता के माध्य़म से 9 कर्मचारियों का जल्द से जल्द चयन किया जाएगा.
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