UP Police Exam Result: आमतौर पर जब भी कोई युवा लिखित परीक्षा व इंटरव्यू या मूल्यांकन के पड़ाव को पार करने के बाद लगभग सरकारी नौकरी पक्की मान बैठता है. लेकिन पुलिस सिपाही भर्ती में कई चरणों की परीक्षा पास करने के बाद भी ट्रेनिंग में नाकाम होने या किसी तरह की लापरवाही बरतने पर आपको नौकरी से हाथ धोने पड़ सकते हैं.
लगभग 9 से 12 महीने की कठिन ट्रेनिंग के बाद वह एक युवा सिपाही बनकर बाहर निकलता हैं जिसके बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था को संभालने में योगदान देना शुरू करते हैं.फिलहाल उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा का परिणाम जारी हो चुका है.
इस परीक्षा के बाद अब शारीरिक दक्षता परीक्षा, शारीरिक माप और फिटनेस टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होगी. इसके बाद चुने हुए व्यक्तियों को सिपाही बनने की ट्रेनिंग लेने के लिए प्रदेश के विभिन्न ट्रेनिंग सेंटरों पर भेज दिया जाएगा.
चयन के बाद शुरू होती है लंबी ट्रेनिंग :
नियुक्ति पत्र मिलने के बाद ही सिपाही बनकर जन सेवा करने के लिए रिक्रूट सिपाहियों को एक लंबी और कठिन ट्रेनिंग से होकर गुजरना पड़ता है. इस ट्रेनिंग में कई हिस्से होते हैं जिनमें शारीरिक, मानसिक, फील्ड ट्रेनिंग, हथियारों की ट्रेनिंग के अलावा मॉक ड्रिल के जरिए विभिन्न तरह की परिस्थितियों से रूबरू कराया जाता है.
यहां मिलती है पुलिस वालों को ट्रेनिंग :
सामान्य तौर पर यूपी पुलिस के अधिकारी से लेकर सिपाही तक को प्रशिक्षण देने के लिए प्रदेश में नौ प्रशिक्षण संस्थान बने हुए हैं. इनमें मुरादाबाद में स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर उत्तर प्रदेश पुलिस अकादमी प्रदेश की अकेली पुलिस अकादमी है जहां पर दरोगा से लेकर आईपीएस अधिकारियों को विभिन्न तरह की ट्रेनिंग दी जाती है.
इसके अलावा पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज मुरादाबाद और सीतापुर, आर्म्ड ट्रेनिंग सेंटर सीतापुर, पुलिस ट्रेनिंग स्कूल मुरादाबाद, गोरखपुर, उन्नाव और मेरठ के अलावा चुनार में स्थित रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर शामिल है.