एक बार फिर से सरकार ने गोरखपुर से शामली तक ग्रीनफील्‍ड एक्सप्रेस-वे बनाने की योजना बना रही है. बता दें की यह एक्सप्रेस-वे पूर्वांचल को पश्चिम UP से जोड़ने वाला है. बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेस-वे को इसी वर्ष के दिसंबर माह में बनाना प्रारम्भ कर दिया जाएगा.

इस पुरे एक्सप्रेस-वे की लंबाई की बाच करें तो यह लगभग 700KM लंबा होने वाला है. इसी के साथ ही यह पुरे UP का सबसे लंबा दूसरा एक्सप्रेस-वे होने वाला है. गोरखपुर से शामली तक ग्रीनफील्‍ड एक्‍सप्रेस-वे के बनने के बाद पश्चिम उत्तर प्रदेश से पू्र्वी उत्तर प्रदेश तक जाना काफी ज्यादा आसान और जल्दी हो जाएगा.

इस एक्सप्रेस-वे के बनने से कई राज्यों को काफी ज्यादा लाभ मिलने वाला है. यह एक्सप्रेस-वे संतकबीरनगर, बस्ती, अयोध्या, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, बिजनौर, मेरठ, मुज़फ्फरनगर और सहारनपुर जैसे 22 जिलों से होकर जाने वाला है. जिससे इन राज्यों को काफी ज्यादा फायदा मिलेगा.

सूत्रों की माने तो इस एक्सप्रेस-वे को DRP तैयार करने की तैयारी की जा रही है. इसका नक्शा फाइनल होने के बाद ही सामने आएगा. इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद उत्तर प्रदेश के वाहनों की स्पीड को बढ़ाने में भी काफी मदद करने वाला है. इसी के साथ ही UP की कनेक्टिविटी को भी काफी अच्छा और बेहतर बनाने वाला हैं.

इस नए एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमान उतारने की सुविधा को तैयार किया जा रहा है. जिसमें किसी इमरजेंसी होने पर यह पर विमानों की लैंडिंग आसानी से हो सकती है. यह एक्सप्रेस-वे भारत और नेपाल की सीमा से होकर भी गुजरने वाला है. इस एक्सप्रेस-वे पर एक हावाई पट्टी का भी निर्माण किया जाने वाला है. जिसकी मदद से नेपाल के रास्ते से चीन की चुनौतियों से आराम से निपटा जा सकता हैं.

अभी के समय में अगर गोरखपुर से शामली जाना हो तो लगभग 15 घंटे का समय लग जाता है लेकिन एक्सप्रेस-वे के बने के बाद यह सफर मात्र 8 घंटे में ही पुरा हो सकेगा. जिससे सभी का काफी समय बचने वाला है. NHAI के अधिकारीयों ने बताया कि यह एक्सप्रेस-वे गोगवान जलालपुर से शुरु होन वाला है. इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में लगभग 35,000 करोड़ रुपए का खर्च आने वाला हैं.