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उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का एलान भले ही अभी तक ना हुआ हो लेकिन प्रदेश में सक्रिय सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं. राजनीतिक गलियारों में आए दिन बैठकों का दौर चल रहा है. सभी दलों में सबसे ज्यादा चिंता प्रत्याशियों के चयन को लेकर है.

सपा-कांग्रेस के इंडिया गठबंधन में किस दल को कितनी सीटें मिलेंगी ये भी अभी तक तय नहीं हो पाया है हालांकि अखिलेश ने कहा है कि हमारा गठबंधन बरकरार रहेगा. इसी के साथ उन्होंने 6 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान भी कर दिया है. बाकी बची चार सीटों में कांग्रेस भी अपना दावा ठोक रही है.

सहारनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद को मीरापुर विधनसभा सीट का पर्यवेक्षक बनाया गया है. इसके बाद उन्होंने इस सीट पर अपना दावा ठोंकते हुए कहा कि अगर ये सीट कांग्रेस पार्टी के खाते में आती है जो यहां पर जीत निश्चित है. इसके लिए उन्होंने कुछ आकंड़े भी जुटाए हैं.

पर्यवेक्षक के तौर पर उन्होंने जो डाटा पेश किया है उसमें बताया है कि इस सीट पर कुल 3 लाख 18 हजार मतदाता हैं जिसमें एक लाख 20 हजार मुस्लिम है जोकि निर्णायक हो सकते हैं. इसके अलावा अगड़े, पिछड़े और दलित सभी का यहां पर कांग्रेस को समर्थन है. उन्होंने कहा कि अगर ये सीट हमारे खाते में आती है तो बड़े अंतर से जीत होगी.

इमरान मसूद ने कहा कि यहां की जनता भाजपा से नाराज है और इसकी बानगी लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिली थी. उन्होंने कहा कि वैसे भी जनता अब कांग्रेस पार्टी से ही उम्मीदें लगाए बैठी है ऐसे में यहां कांग्रेस का प्रत्याशी आसानी से जीतेगा.

मसूद ने ये भी कहा कि हमने आलाकमान को पूरी जानकारी भेज दी है लेकिन अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व को ही लेना है.

इमरान मसूद के इस दावे से सपाइयों में खलबली मच गई है क्योंकि सपा के कई दिग्गज नेता इस सीट पर अपना दावा ठोंक रहे हैं. सपा और कांग्रेस के बीच अभी तक गठबंधन का स्वरूप तय नहीं हो पाया है, अब अगर जल्द ही सीट बंटवारे का निर्णय नहीं होता है तो दोनों ही दलों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.

कांग्रेस सांसद ने बड़ा बयान देते हुए ये भी कहा कि यूपी में इंडिया गठबंधन बेहद मजबूत स्थिती में है और वो होने वाले उपचुनाव में सभी 10 सीटों पर शानदार जीत दर्ज करेगा.