राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के 3 बच्चे पैदा करने वाले बयान पर अब सियासत तेज हो गई है. कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने मोहन भागवत के इस बयान का खुलकर विरोध किया.

उनका कहना है कि एक तरफ सरकार दो बच्चे से ज्यादा पैदा करने को रोक रही है तो दूसरी तरफ संघ प्रमुख 3 बच्चे पैदा करने की बात कर रहे हैं, ये दोनों बयान आपस में मेल नहीं खाते. सरकार और संघ पहले आपस में तय कर ले कि करना क्या है.

मौर्या ने मोहन भागवत के बयान को ग़लत बताया

राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के प्रमुख स्वामी प्रसाद मौर्या ने भी मोहन भागवत के इस बयान को गलत बताया और कहा कि उनका ये बयान मुस्लिमों के अधिक बच्चे पैदा करने को जायज ठहरा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस देश की आबादी 140 करोड़ से अधिक हो वहां पर जनसंख्या में कमी की चिंता पूरी तरह से बेमानी होगी.

स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का ये बयान हास्यास्पद है. उन्होंने कहा कि उनका ये बयान अन्य समाज के लोगों को ये नसीहत दे रहा है कि वो भी उसी तरह से अपनी जनसंख्या बढ़ाएं जिस तरह से मुस्लिम समाज के लोग बढ़ा रहे हैं.

मौर्या ने कहा कि मोहन भागवत के उपदेश देने से कोई बच्चा नहीं पैदा करता, जब परिवार शिक्षित व समझदार हो जाता है तो वो स्वयं परिवार को सीमित करने का प्रयास करता है. वैसे भी परिवार नियोजन कल्याण विभाग द्वारा ये नारा यि जा रहा है कि हम दो हमारे दो, मोहन भागवत का ये बयान परिवार नियोजन विभाग द्वारा बनाई गई नीतियों का उल्लंघन कर रहा है.

स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि मोहन भागवत को ये बयान देने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सहमति लेनी चाहिए थी, उन्होने पूछा कि क्या ये दोनों नेता उनके इस बयान से सहमत हैं या नहीं. घटती आबादी पर चिंता वाले सवाल का जवाब देते हुए मौर्या ने कहा कि जिस देश की आबादी 140 करोड़ हो वहां पर ये चिंता बेमानी है.

उन्होंने कहा कि भारत की आबादी निरंतर बढ़ती जा रही है और बढ़ती हुई आबादी को देखते हुए ही परिवार कल्याण विभाग ने नियोजन को ध्यान में रखते हुए हम दो हमारे दो का नारा दिया था, मोहन भागवत का ये बयान ना केवल सरकार की नीतियों को ठेंगा दिखाता हे बल्कि अव्यवहारिक भी है, जिस देश की आाबादी 140 करोड़ हो वहां पर ये चिंता तथ्यहीन और निराधार है.

स्वामी ने कहा कि हमें खुशी है कि बीजेपी आरएसएस के लोग मुस्लिमों की बढ़ती आबादी पर बकवास करते रहे उसपर मोहन भागवत के इस बयान ने मुहर लगा दी है, मुस्लिमों की बढ़ती आबादी जायज है ओर उसपर अब कोई बहस नहीं होनी चाहिए.

जो भी बहस करने वाले लोग हैं उन्हें भी मुस्लिम समाज का अनुसरण करते हुए ज्यादा बच्चे पैदा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब जैसे-जैसे समाज शिक्षित होता जा रहा है वैसे वैसे वो खुद ही कम बच्चे पैदा करने पर ध्यान दे रहा है, उसमें मोहन भागवत की राय की कोई जरूरत नहीं है।

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