उट्टर प्रदेश में बनने वाले यह एक्सप्रेसवे चार या छह लेन का होगा. जो जेवर एयरपोर्ट से चोला तक रेलवे लाइन के समानांतर बनाया जाएगा.
मास्टर प्लान-2041 को मंजूरी मिलने के बाद एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद बुलंदशहर और अन्य जिलों की एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी होगी.
प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट को रुंधी से चोला तक रेलवे लाइन से जोड़े जाने की योजना है. इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार है. जिसे मंजूरी के शासन भेजा गया है. मास्टर प्लान 2041 में बुलंदशहर के 55 नए गांवों को शामिल किया गया है.
इन गांवों की जमीन पर लॉजिस्टिक, वेयरहाउस और कार्गो हब का दायरा बढ़ेगा. चोला तक रेलवे लाइन के साथ एक्सप्रेसवे बनने से यात्रियों और कार्गो को सड़क मार्ग से भी एयरपोर्ट पहुंचाने की सुविधा होगी.
1500 हेक्टेयर में बनेगा लॉजिक्टिक पार्क
रेलवे लाइन के पास करीब 1500 हेक्टेयर में लॉजिस्टिक पार्क प्रस्तावित है. इसके अलावा एविएशन से जुड़ी कंपनियां जैसे हवाई जहाज के इंजन और अन्य पार्ट्स बनाने वाली कंपनियों को विकसित किया जाना है. एयरपोर्ट पर 80 एकड़ में कार्गो हब भी विकसित किया जा रहा है.
पहले दिन से ही कार्गो के लिए दो उड़ान सेवा शुरू की जाएगी. व्यापारियों और उद्यमियों को आयात व निर्यात के लिए परेशान नहीं होगा पड़ेगा. वहीं, दिल्ली कोलकाता रेलवे लाइन का विस्तार होने का रास्ता भी साफ हो गया है. चोला स्टेशन से एयरपोर्ट तक सीधी रेल कनेक्टिविटी होगी.
यीडा के नए सेक्टर भी जुड़ेंगे
एक्सप्रेसवे बनने के बाद यमुना सिटी के नए व पुराने सेक्टरों की न्यू नोएडा से भी कनेक्टिविटी हो जाएगी. इसके अलावा आसपास के जिले व शहरों के लोगों को भी एयरपोर्ट या अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी पहुंचने में दिक्कत नहीं होगी. दूर-दराज के लोग रेल और सड़क मार्ग के जरिए रोजगार के लिए भी यमुना सिटी में आसानी से आ जा सकेंगे. दिल्ली हावड़ा रेलवे मार्ग के जरिये भी लोग दूसरे प्रदेशों से यमुना सिटी आ जा सकेंगे.