भारतीय शेयर बाजार इस समय काफी खराब दौर से गुजर रहा है. लंबे समय से बाजार में गिरावट का दौर जारी है जोकि थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को एक बार फिर शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर बंद हुए.

बाजार बंद होने से थोड़ा पहले सेंसेक्स 987 अंक गिरकर 80163 तक पहुंच गया था वहीं निफ्टी 324 अंक गिरकर 24456 पर आ गया था. सेंसेक्स में आईसीआईसीआई बैंक को छोड़कर बाकी सभी शेयर दलाल निशान पर रहे. अंत में सेंसेक्स 930 अंकों की गिरावट के साथ 80220 पर और निफ्टी 309 अंकों की गिरावट के साथ 24472 पर बंद हुआ.

बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह कंपनियों के दूसरी तिमाही में खराब नतीजों को माना जा रहा है. एक के बाद एक खराब आए नतीजे बाजार को नीचे की तरफ ले जा रहे हैं.

बाजार में हुई इस गिरावट के कारण बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 453 लाख करोड़ रूपये गिरकर 444 करोड़ रूपये पर पहुंच गया, सिर्फ आज के दिन ही निवेशकों की पूंजी में 9 लाख करोड़ रूपये की गिरावट आई.

निफ्टी पर आज सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले शेयरों में भारत इलेक्ट्रिकल लिमिटेड 3.79 फीसदी, महिंद्रा एंड महिंद्रा 3.63, अडानी इंटरप्राइजेज 3.29, कोल इंडिया 3.29 और एसबीआईएन 2.92 फीसदी की गिरावट पर रहे.

कंपनियों के खराब तिमाही नतीजों के अलावा मध्य पूर्व में जारी तनाव, एफपीआई का भारतीय बाजार से पैसे निकालना, यूएस में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अनिश्चितता ने भी बाजार को लगातार गिरावट के मूड में बनाए रखा.

एक्सपर्टस का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय बाजार से लगातार पैसे निकाल रहे हैं जिससे घरेलू निवेशकों में अस्थिरता और चिंता का माहौल बन गया है. विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसे निकालकर चीन के बाजार में निवेश कर रहे हैं.

(Disclaimer: Share market में किया गया निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. अगर आप इसमें पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्‍टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए Akhbaar Times जिम्मेदार नहीं होगा.)