सऊदी अरब: क्या आपने कभी किसी रेगिस्तान में तेज बारिश और कड़ाके की ठंड के साथ बर्फबारी की कल्पना की हैं. जी हां… सऊदी अरब के एक रेगिस्तान में बिल्कुल ऐसा ही नजारा देखने को मिला हैं. सऊदी के रेगिस्तान में इतनी बर्फ गिरी की रेगिस्तान सफेद चादर जैसा दिखने लगा.

सऊदी के अल-जौफ के रेगिस्तान में बर्फबारी देखने को मिली हैं. जो इस क्षेत्र के इतिहास में पहली बार हुआ हैं. जिससे एक शीतकालीन वंडरलैंड भी बना हैं. जो आमतौर पर अपनी शुष्क जलवायु के लिए जाना जाता हैं. यह बर्फबारी क्षेत्र में भारी बारिश और ओलावृष्टि के बाद हुई है. इसे इस पूरे क्षेत्र के मौसम के लिहाज से एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है.

आखिर रेगिस्तान में क्यों हुई बर्फबारी?

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (NCM) के मुताबिक इस असामान्य ओलावृष्टि का कारण अरब सागर से ओमान तक फैला लो प्रेशर सिस्टम है. लो प्रेशर की वजह से नमी से भरी हवाएं ऐसे इलाके में आ गईं जो आमतौर पर सूखे के लिए जाना जाता है.

इसी वजह सेसऊदी अरब और पड़ोसी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो रही है.खलीज टाइम्स के अनुसार, NCM ने आने वाले दिनों में अल-जौफ के अधिकांश हिस्सों में संभावित गरज के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है.

क्या रेगिस्तानों में बर्फबारी अब सामान्य हो गई है?

सऊदी अरब में बर्फबारी दुर्लभ है लेकिन ऐसा नहीं है कि पहले कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ. कुछ साल पहले ही सहारा रेगिस्तान के एक शहर में तापमान -2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था, जिससे अप्रत्याशित बर्फबारी हुई थी.रेगिस्तानी इलाकों में बर्फबारी के पीछे वैज्ञानिक अक्सर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को देखते हैं.