SIM CARD RULE: भारतीय दुरसंचार नियामक प्राधिकरण पिछले कुछ महीनों से स्कैमर्स को लेकर सख्ती दिखा रहे हैं और यूजर्स को ठगी से बचाने के लिए खास नियमों को लागू कर रहे है 1 सितंबर को नए नियमों को पूरी तरह लागू किए गए TRAI निर्देश की तारीख 1 अक्तूबर तक बढ़ा दी गई थी.

ऐसे में रिलायंस जियो, एयरटेल, वोड़फोन आइडिया और बीएसएनएल जैसी टोलीकॉम कंपनियों को कुछ दिनों का समय और दिया गया था. जिससे वह नए सिस्टम को पूरी तरह से लागू कर सकें.यदि आप भी इन कंपनियो के यूजर है

तो आपके लिए ये जानना अब अधिक आसान होगा कि आपके क्षेत्र में कौन सा नेटवर्क उपलब्ध है. नए नियमों के तहत अब यूजर को उनके क्षेत्र में उपलब्ध नेटवर्क की जानकारी मिल सकती है आइए जानते हैं कि कैसे आप अपने क्षेत्र में उपलब्ध नेटवर्क के बारे में जान सकेंगे? और कैसे स्कैमर्स पर लगाम लग सकता है?

कैसे करें नेटवर्क चेकिंग

नेटवर्क चेकिंग की बात करे तो TRAI का कहना है कि अब टेलिकॉम कंपनियों को वेबसाइड पर ही इसकी जानकारी देनी होगी. अब ऐसे में यूजर्स के लिए ये जानना काफी आसान हो जाता है कि उनके एरिया में कौन-सा नेटवर्क उपलब्ध है इसका सीधा मतलब है.

इस तरह समझो कि अगर आपको अपने एरिया में चेक करना है कि जियो का 5जी नेटवर्क उपलब्ध है या नहीं तो आपको सीधा वेबसाइट पर जाना होगा. यहां जाने के बाद अपनी लोकेशन दर्ज करने के बाद इससे संबंधित जानकारी हासिल कर सकते हैं.

अलग-अलग होता नेटवर्क

एक ही कंपनी की तरफ से अलग-अलग नेटवर्क दिया जाता है. मान लीजिये किसी एरिया में 5जी नेटवर्क आ रहा है तो ये जरूरी नहीं कि हर जगह ही 5जी नेटवर्क मिले. लोकेशन चेंज होने के साथ नेटवर्क भी चेंज होता है. क्योंकि इसके बाद किसी अन्य जगह पर दूसरा नेटवर्क मिल सकता है.

यानी एक ही कंपनी जगह के हिसाब से नेटवर्क में बदलाव कर सकती है या खुद भी नेटवर्क में बदलाव हो जाता है. इसलिए आपको इसका इस्तेमाल करते समय काफी सतर्क रहना चाहिए.

हर क्षेत्र में नेटवर्क होता है अलग

ये तो आप जानते ही होंगे कि जियो, एयरटेल, वीआई और बीएसएनएल जैसी टेलीकॉम कंपनियां अलग-अलग नेटवर्क प्रदान करती हैं. जैसे- 2जी, 3जी, 4जी और कई जगहों पर तो 5जी नेटवर्क भी उपलब्ध है। हालांकि, आपकी लोकेशन बदलने के साथ-साथ नेटवर्क भी बदल जाता है.

इसका मतलब ये है कि टेलीकॉम कंपनियां जगह बदलते ही नेटवर्क भी चेंज कर सकती है. ऐसे में आप चेक कर सकते हैं कि आपके फोन में कौन सा नेटवर्क कनेक्ट है.

Spam Message और पर लगाम!

TRAI ने स्पैम मैसेज, कॉल्स और लिंक पर काबू करने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिए हैं. नए सिस्टम के पूरी तरह से लागू होने पर स्पैमर्स पर कंट्रोल हो सकेगा. टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया गया है कि वो वो स्पैम कॉल्स और मैसेज को पहले ही स्पैम लिस्ट में डाल दें जिससे यूजर्स ठगी के शिकार न हो सकें. यहां तक कि प्रमोशन मैसेज को रोकने के लिए भी ट्राई ने निर्देश दिया है.