Kanpur: उत्तर प्रदेश सरकार Kanpur को जाम से मुक्त करने का प्रयास कर रही है. इस समय सरकार मेट्रो के संचालन के साथ-साथ फ्लाइओवर और रिंग रोड को कानपुर से जोड़ने की तैयारी में लगी हुई है. इसी के साथ़ ही शहर के अंदर आने वाले बड़े वाहनों की समस्या पर भी ध्यान दिया जा रहा है. इसी बीच NHAI कानपुर शहर के चारों तरफ 93 KM का रिंग रोड बनाने की तैयारी कर रहा हैं.
रिंग रोड से घिरने वाला है Kanpur
बता दें कि यह रिंग रोड 5 अलग-अलग पैकेट में विकसित किया जाने वाला है. पर्यावरण और वन मंत्रालय ने इस रिंग रोड परियोजना के लिए अनापत्ति प्रमाण पर पत्र जारी कर दिया है. इसके बाद यह अनुमान लगाया जा रहा कि यह प्रोजेक्ट साल 2027 में पूरा कर लिया जाएगा. इस रिंग रोड के बनने के बाद सभी वाहन शहर के बाहर से ही अपनी मंजिल पर पहुंच जाएंगे. इसी के साथ ही इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद GT रोड पर भी वाहनों का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा.
बता दें कि पिछले 2 साल से NHAI से NOC को प्राप्त करने के लिए पर्यावरण और वन मंत्रालय कागजी कार्यवाही को पूरा करने का अनुरोध कर रहा है. क्योंकि NOC आने के बाद ही इस परियोजना पर निर्माण कार्य शुरु किया जाएगा. इस परियोजना का शुरुआती निर्माण APC मोड से किया जाना है. इस परियोजना में होने वाला पूरा खर्चा NHAI उठाने वाला है. इस रिंग रोड का निर्माण 5 पैकेज में 6 लेन में किया जाने वाला हैं.
क्या आएगी लागत:
बता दें कि यह ring रोड वन में सचेंडी से महाराजपुर तक लगभग 23.32 KM का बनने वाला है. जिसके लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा कर लिया गया है. बता दें कि इस रिंग रोड से Kanpur शहर से बाहर जाने वाले सभी हाईवे को जोड़ा जाएगा. इस परियोजना को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार 40 अरब 7 करोड़ रुपये का बजट तय कर रही हैं.
NHAI का कहना है कि इस परियोजना को 3 साल के अदंर ही पूरा कर लिया जाएगा. इस रिंग रोड के निर्माण के बाद मध्य प्रदेश, हमीरपुर के साथ महोबा जाने वाले सभी वाहन सीधे महाराजपुर की ओर से जाकर इलाहबाद पहुंच जाएंगे. इसी के साथ ही उन्नाव के बदरका से उजेली से सीधे लखनऊ शहर पहुंच जाएंगे. जिसके बाद गंगा पुल पर लगने वाले जाम से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा.
BOT के तहत बनेगा रिंग :
बता दें कि इस रिंग रोड का निर्माण बिल्ट आपरेट एंड ट्रांसफर (BOT) के द्वारा किया जाने वाला है. इसमें सरकार कंपनी को हाईवे बनाने के लिए जमीन देती है. BOT के द्वारा चकेरी-इटावा हाईवे का निर्माण किया गया है.
इन गांवों से गुजरने वाला है रिंग रोड :
यह रिंग रोड बघवट, मलिकपुर, मकरंदपुर बंथा, टोडरपुर, प्रतापपुर खास, ढिकिया, बाघपुर, अन्ने, रास्तापुर, फत्तेपुर निहुटा, टिकरी, हृदपुर प्रतापपुर, बाराखेड़ा, सिंहपुर दिवनी, रंजीतपुर, भाऊपुर, खरगपुर बिठुर, चकटोडरपुर, बसौसी, निहुटा, खरगपुर, चकरतनपुर, टिकरा कानपुर, रौकेपुर, सुरार, दूल, भूल, नकटू, भीसीजर गांव, भौंती प्रतापपुर, सुजानपुर, धरमंगदपुर, कटरा घनश्याम, भिसार, पकरी, दलेलपुर, शेखपुर, चचेण्डी-सुचेंडी-1, चचेण्डी-सुचेंडी-2, हलपुरा, कुर्मीखेड़ा खुर्द, चौबेपुर पक्शन, चक हजरतपुर, तिघरा, अमिलिहा,
देवपालपुर, महाराजपुर, भवानीपुर, कुर्मीखेड़ा कलां, गजेनपुर, मालौं, गोगूमऊ, सरायछीतम, नाढूपुर, रौतापुर कलां, उमरी, सहज्योरा, सरदारपुर, बहरामपुर, पूरा जसू, हंसपुर, ताजपुर, इंदलपुर, जुगराज, शेरपुरा, बैरा, बैसठी, चक बहरमपुर, ततारपुर, राय गोपलापुर, इटरा, दिलावलपुर टोसवा, रुद्रापुर, बनी, पचोर, गोविंदेपुर. पेम, चौबेपुर कलां, गंभीरपुर, रैकेपुर, के साथ मकसूदाबाद जैसे गांवों से होकर जाने वाला है. इस परियोजना से इन गांवों को भी विकास का मौका मिलने वाला हैं.
क्या होगी वाहनों की स्पीड :
यह रिंग रोड Kanpur उद्योग पथ नाम से भी जाना जाएगा. यह रिंग रोड लगभग 93 KM लंबा होने वाला है जो कि 6 लेन का बनाया जाएगा. इस रिंग रोड पर हल्के वहानों की स्पीड 120 km/h होने वाला है. इसी के साथ भारी वाहनों की स्पीड 90km/h तय की गई हैं.
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