Ratan Tata No More: मां भारतीय के अनमोल रत्न बिजनेस टाइकून रतन टाटा नहीं रहे. टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का निधन हो गया. रतन टाटा ने 86 वर्ष के थे. रतन टाटा ने बुधवार की देर रात मुंबई के एक अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली.

रतन टाटा को आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. बीते कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी. उनके स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की खबरें भी आई थीं. दो दिन पहले ही यानी सोमवार को रतन टाटा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हेल्थ को लेकर अफवाहों को खारिज किया था.

रतन टाटा करोड़ों लोगों के लिए उम्मीद के प्रतीक थे. वह हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे. टाटा ग्रुप को बुलंदियों तक पहुंचाने में रतन टाटा को बहुत बड़ा योगदान रहा हैं. रतन टाटा ने 9 अक्टूबर 2024 को मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली.

रतन टाटा 86 साल के थे. वह पिछल कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. आइए जानते हैं फैक्ट्री की भट्ठी में चूना पत्थर तक डालने के काम से लेकर टाटा की कमान संभालने वाले इस बिजनेस टाइकून का सफर कैसा रहा है?

रतन टाटा को दादी ने पाला था

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में हुआ था उनके पिता का नाम नवल टाटा और माता का नाम सूनी टाटा था. टाटा समूह के फाउंडर जमशेदजी टाटा, रतन टाटा के परदादा थे.रतन टाटा के माता-पिता 1948 में अलग हो गए, उस समय रतन जी केवल 10 वर्ष के थे इसलिए उनका पालन-पोषण उनकी दादी रतनजी टाटा की पत्नी नवाजबाई टाटा ने किया था.

जहाज उड़ाने और कारों का था शौक

रतन टाटा एक पायलेट भी थे. साल 2007 में वह भारत के पहले शख्स बने थे जिसने एफ16 फैल्कन उड़ाया था. उन्हें कारों का भी बहुत शौक था.उनके संग्रह में मासेराती क्वाट्रोपोर्टे, मर्सिडीज बेंज एस-क्लास, मर्सिडीज बेंज 500 एसएल और जगुआर एफ-टाइप  जैसी कारें शामिल हैं.

प्यार होने के बाद भी ताउम्र रहे अविवाहित

आपको मालूम हो कि प्यार होने के बाद भी रतन टाटा ताउम्र अविवाहित रहे. दिलचस्प बात यह है कि वह चार बार शादी करनेके करीब आए थे, लेकिन कुछ कारणों से शादी नहीं कर सके. उन्होंने एक बार स्वीकार किया था कि जब वह लॉस एंजिल्स में काम कर रहे थे.

तब एक समय ऐसा आया जब उन्हें प्यार हो गया था. लेकिन 1962 के भारत-चीन युद्ध के कारण लड़की के माता-पिता उसे भारत भेजने के विरोध में थे. जिसके बाद उन्होंने कभी शादी नहीं की.