Ratan Tata: टाटा समूह के चेयरमैन और वरिष्ठ उद्दयोगपति रतन टाटा बुधवार की रात दुनिया छोड़कर चले गए. 86 साल की उम्र में देश और दुनिया को अलविदा कह दिया. ख़राब स्वास्थ्य के चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी निधन की खबर आते ही उद्दयोग जगत के साथ साथ पूरा देश शोक में डूब गया. जिसने भी रतन टाटा के निधन की खबर सुनी वह स्तब्ध रह गया. महान सख़्सियत के अलविदा कहते ही ऐसा लगा मानों देश कुछ वक्त के लिए थम गया हो.

रतन टाटा का अंतिम सोशल मीडिया पोस्ट

रतन टाटा ने अपने निधन से पहले एक भावुक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली थी. जिसमें उन्होंने कहा था लिखा था कि शुक्रिया, आप हमारे बारे में सोचते हैं. साथ ही उन्होंने अपने स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी दी थी. उन्होंने दो दिन पहले कहा था कि वह बिल्कुल ठीक हैं और अपने रेगुलर चेकअप के लिए ब्रीच कैंडी अस्पताल में आए हैं.

कहां हुआ जन्म?

रतन टाटा का जन्म साल 1937 में प्रतिष्ठित टाटा परिवार में हुआ था. शुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैंपियन स्कूल और बाद में जॉन कैनन स्कूल से हुई थी. मैनेजमेंट की पढ़ाई हावर्ड बिज़नेस स्कूल से की थी. उद्दयोग जगत और समाज सेवा में अपना योगदान देने वाले रतन टाटा पद्म विभूषण, पद्म भूषण से सम्मानित किए गाए. वह साल 1990 से 2012 तक टाटा ग्रूप के चेयरमैन रहे.

दो दिन पहले दिया था हेल्थ अपडेट

रतन टाटा ने अपने निधन से दो दिन पहले ही स्वास्थ्य को लेकर अपडेट दिया था. उन्होंने कहा था कि वह अपने उम्र परेशानियों के चलते हेल्थ चेकअप करवाने गए हैं. चिंता की कोई बात नहीं है. जारी बयान में लिखा गया था कि मैं अपनी उम्र और उससे जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी डिक्क्तों के चलते रेगुलर मेडिकल चेकअप करवा रहा हूँ. चिंता करने की कोई बात नहीं है. मेरा मनोबल ऊंचा है. साथ ही उन्होंने अफ़वाहें ना फैलानें और उसपर ध्यान ना देने की अपील की थी.