उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के पीड़ितों से आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी ने दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पीड़ितों को न्याय का भरोसा दिलाया.
ये पहला मौका है जब कोई बड़ा नेता संभल पीड़ितों से मिल पाया है. संभल पुलिस ने 10 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों के वहां आने पर रोक लगा रखी थी. यही वजह है कि राहुल और प्रियंका ने संभल के पीड़ितों को दिल्ली बुलाकर मुलाकात की.
इस मुलाकात की जानकारी कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से दी गई है. इस दौरान राहुल और प्रियंका ने कहा कि संभल में हुई घटना बीजेपी की नफरती राजनीति का दुष्परिणाम है और यह शांतिपूर्ण समाज के लिए घातक है.
उन्होंने कहा कि हमें मिलकर इस हिंसक और नफरती मानसिकता को मोहब्बत और भाईचारे से हराना होगा. हम सभी पीड़ितों के साथ खड़े हैं और उनको न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ेंगे.
आज नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi और कांग्रेस महासचिव व सांसद श्रीमती @priyankagandhi जी ने संभल के पीड़ितों से मुलाक़ात की।
संभल में हुई घटना BJP की नफ़रती राजनीति का दुष्परिणाम है और यह शांतिपूर्ण समाज के लिए घातक है।
हमें साथ मिलकर इस हिंसक और नफ़रती मानसिकता को मोहब्बत और… pic.twitter.com/fi4zTcpT2m
— Congress (@INCIndia) December 10, 2024
जानकारी के मुताबिक संभल के 5 पीड़ित परिवार आज राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे थे. इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेता रिजवान कुरैशी, सचिन चौधरी और प्रदीप नरवल भी मौजूद थे.
इससे पहले राहुल गांधी और प्रियंका ने संभल जाने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने उन्हें संभल जाने से रोक दिया था, इसके बाद दोनों नेताओं को रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा.
बता दें कि संभल की जामा मस्जिद को लेकर विवाद तब खड़ा हो गया जब एक पक्ष अदालत गया और वहां पर मंदिर होने का दावा ठोक दिया. इसके बाद अदालत ने वहां पर सर्वे का आदेश दे दिया.
एक बार सर्वे करने के बाद जब टीम दोबारा सर्वे करने गई तो वहां पर माहौल तनावपूर्ण हो गया और हिंसा भड़क गई. इसमें कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया. इसके बाद पुलिस ने वहां बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा दी थी.