प्रयागराज महाकुंभ: 14 जनवरी 2025 से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर में महाकुंभ मेले की शुरूआत हो रही है. महाकुंभ मेला देश की दुनिया का सबसे बड़ा मेला है जिसमें दुनियाभर से तकरीबन 40 करोड़ लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियाँ जोरों पर
कुंभ को लेकर पूरे प्रयागराज जिले में तैयारियां जोरों पर हैं. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डे तैयार किए जा रहे हैं, मेला क्षेत्र में जाने वाले रास्तों को चौड़ा किया जा रहा है. कई नए पुलों का भी निर्माण किया जा रहा है.
इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने से वहां के दुकानदार काफी उत्साहित हैं और मेला क्षेत्र में एक दुकान लेने की कोशिश में लगे हुए हैं. इस बार मेला प्रशासन दुकानों को ऑनलाइन नीलामी के जरिए बेच रहा है.
यहां पर दुकानों का किराया इतना महंगा है कि आप इसके रेट जानकार हैरान रह जाएंगे. 30 गुणा 30 फीट की कचौरी की दुकान को 92 लाख रूपये में आवंटित किया गया है. इसके अलावा लड्डू की दुकान का किराया 76 लाख रूपये रखा गया है.
कचौरी की दुकान का टेंडर पवन कुमार मिश्रा ने लिया है, उनका कहना है कि कचौरी और लड्डू बनाने का काम पहले से करते आ रहे हैं लेकिन इस बार पहली बार कुंभ में दुकान लगाने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने हमें जो जगह आवंटित की है हम 2 महीने वहीं पर दुकान लगाएंगे.
लेटे हुए हनुमान मंदिर के बाहर इस बार लड्डू की दुकानों में इजाफा हुआ है, यहां पर बजरंग भोग नाम की एक दुकान के लिए 76 लाख रूपये की कीमत अदा की गई है. परेड ग्राउंड में महाकाल प्रसाद भोग एवं कचौरी भंडार नाम की दुकान को 75 लाख में बेचा गया है.
गंगा की तराई में दुकानों का रेट कुछ कम है लेकिन उसकी कीमत भी 5 लाख रूपये के पार बताई जा रही है. कुंभ मेला प्रशासन इस बार 10 हजार दुकानों को बेचने का टारगेट लेकर चल रहा है. साल 2019 के कुंभ में कुल 5721 स्टाल बेचे गए थे.
ये भी पढ़ें: Uttar Pradesh: ट्रेन की तरह, बसों की भी घर बैठे मिलेगी लोकेशन, योगी सरकार ने लांच किया ये App