गांधी जयंती के मौके पर बिहार की राजनीति से जुड़ी सबसे बड़ी खबर ये है कि दिग्गज राजनीति रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने नए राजनीतिक दल जन सुराज पार्टी को आज आधिकरिक तौर पर लॉन्च कर दिया. बुधवार को बिहार की राजधानी पटना के वेटरनरी ग्राउंड में पीके ने अपनी पार्टी की पहली सभा रखी.

इस दौरान उन्होंने जय बिहार का नारा लगवाया. अभी तक वो इसी नाम से बने संगठन के बैनर तले पूरे राज्य में पदयात्रा कर लोगों से मुलाकात कर रहे थे. अब उन्होंने राजनीतिक दल का गठन कर लिया है. जनसभा को संबोधित करते हुए पीके ने कहा कि जय बिहार इतनी जोर से बोलना है कि कोई आपको और आपके बच्चों को बिहारी ना कहे और ये एक गाली जैसा ना लगे.

उन्होंने कहा कि आपकी आवाज दिल्ली से लेकर बंगाल तक पहुंचनी चाहिए जहां पर बिहार के लोग मौजूद हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों को दिल्ली की मेहरबानी नहीं चाहिए, यहां के लोग इतने सक्षम हैं कि दूसरे प्रदेशों की मदद करेंगे.

जनसभा में उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या आपने कभी अपने बच्चों की पढ़ाई और रोजगार के नाम पर वोट दिया है. सभी लोग चाहते हैं कि पढ़ाई और रोजगार मिले लेकिन कभी इस मुद्दे पर वोट नहीं देते. उन्होंने कहा कि जब आप अपने इन जरूरी मुद्दों पर वोट नहीं देंगे तो कभी आपकी तरक्की नहीं हो सकती.

बता दें कि प्रशांत किशोर ने जनसुराज अभियान के तहत पूरे बिहार की पदयात्रा की. इस दौरान वो बड़ी संख्या में लोगों से मिले और उनसे उनके मन की बात जानी. अब देखना ये दिलचस्प होगा कि प्रशांत किशोर की पार्टी बिहार में क्या कमाल कर पाएगी क्योंकि बिहार की राजनीति में जातिवाद का बड़ा प्रभाव है.

वहां कभी लालू तो कभी नितीश की सरकार बनती है. फिलहाल वहां पर भाजपा के सहयोग से नितीश कुमार की सरकार है. पीके किस दल को नुकसान पहुंचाएंगे और किसका साथ देंगे इसका जवाब तो भविष्य के गर्त में छुपा हुआ है. फिलहाल आज गांधी जयंती के मौके पर उन्होंने अपनी पार्टी का एलान कर दिया.