उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में मायावती की पार्टी बसपा की एंट्री के बाद से अब मुकाबला त्रिकोणीय होने की उम्मीद है. आमतौर पर उपचुनाव से दूर रहने वाली मायावती ने इस बार 8 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं. यूपी उपचुनाव को आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

कुंदरकी विधानसभा सीट से बसपा ने रफतउल्लाह उर्फ छिद्दा को प्रत्याशी बनाया है, इनकी गिनती डीपी यादव के करीबियों में होती थी. वो तीन बार पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन अब तक उन्हें कामयाबी नहीं मिली. उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं.

प्रयागराज की फूलपुर सीट से जितेंद्र ठाकुर को टिकट दिया गया है, इससे पहले यहां से शिवसरन पासी को उम्मीदवार बनाया गया था.

कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट से ब्राह्मण उम्मीदवार वीरेंद्र शुक्ला को टिकट दिया गया है. इससे पहले पार्टी ने यहां से रवि गुप्ता को टिकट दिया था लेकिन बाद उनके स्थान पर उनकी पत्नी को टिकट दिया, इसके बाद फिर वीरेंद्र शुक्ला को प्रत्याशी बना दिया.

मझवां विधानसभा सीट से दीपू तिवारी को मैदान में उतारा गया है. यहां सपा ने ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया है.

मीरापुर विधानसभा सीट से शाह नजर को टिकट दिया गया है. बसपा ने दो महीने पहले ही उन्हें यहां का प्रभारी बनाया था. वो कामहेड़ा के रहने वाले हैं.

गाजियाबाद विधानसभा सीट से पीएन गर्ग पर दांव लगाया गया है. वो कुछ दिन पहले ही सपा का दामन छोड़ बसपा में शामिल हुए थे.

इटावा की करहल विधानसभा सीट पर अवनीश कुमार शाक्य को उम्मीदवार घोषित किया गया है. ये सीट सपा का गढ़ मानी जाती है. यहां से अखिलेश यादव विधायक थे.

कटेहरी विधानसभा सीट की बात करें तो बसपा ने यहां से अमित उर्फ जितेंद्र वर्मा को टिकट गया है. सपा की ओर से यहां पर लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा चुनाव मैदान में हैं.