महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आज भारतीय जनता पार्टी ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया. रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखकर बावनकुले, मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में अपने संकल्प पत्र को जारी किया.

अपने संकल्प पत्र में भाजपा ने महाराष्ट्र की जनता से कई बड़े और अहम वादे किए. अमित शाह ने कहा कि हम जो संकलप पत्र लेकर आए हैं उसमें 25 मुद्दे प्रमुख हैं.

उन्होंने कहा कि हम लाडली बहन योजना और वृद्धावस्था पेंशन योजना में बढ़ोत्तरी कर रहे हैं, अब महिलाओं को 2100 रूपये महीना दिया जाएगा. लखपति दीदी योजना का जिक्र करते कहा कि साल 2027 तक हम 50 लाख महिलाओं को लखपति बनाएंगे.

किसनों को लेकर उन्होंने कहा कि हम किसानों का कर्जा माफ करेंगे और किसान सम्मान निधि की राशि को 12 हजार से बढ़ाकर 15 हजार करेंगे. युवाओं का जिक्र करते हुए कहा कि हम 25 लाख युवाओं को रोजगार देंगे, प्रतिभावान छात्रों को 10 हजार रूपये मासिक का मानदेय दिया जाएगा. स्वामी विवेकानंद ओर आरोग्य कार्ड बनाए जाएंगे. एआई ट्रेनिंग लैब खोली जाएंगी.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के 45 हजार गावों में रास्ते बनाए जाएंगे. आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का बीमा किया जाएगा और उनका मासिक वेतन 15 हजार रूपये तक बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम महाराष्ट्र को 1000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे.

संकलप पत्र जारी करते हुए शाह ने कहा कि ये महाराष्ट्र की महान भूमि की जनका की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है. हम किसानों का सम्मान, गरीबों का कल्याण, महिलाओं का सम्मान बढ़ाने, विरासतों के पुरोत्थान करने का करेंगे.

कश्मीर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कोई नहीं मानता था कि धारा 370 हटेगी, कोई नहीं मानता था कि सीएए आएगा, कोई नहीं मानता था कि तीन तलाक खत्म होगा लेकिन ये सब हुआ और मोदी जी ने ये कर दिखाया. धारा 370 हटने के बाद पहली बार कश्मीर में अच्छे से चुनाव हुआ, वहां संविधान की शपथ लेकर सरकार बनाने का काम हुआ, इस पर पूरे देश को नाज है.

विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस वादा तो करती है लेकिन उसे पूरा नहीं करती. आप कई राज्यों में देख लीजिए, कहीं भी वादा पूरा नहीं हुआ.

अमित शाह ने कहा कि मैं उद्धव ठाकरे को बोलना चाहता हूं कि आप 370, राम मंदिर, सीएए वालों के साथ बैठे हो, वक्फ बोर्ड का विरोध नहीं करने का मतलब है कि आने वाले दिनों में भी वक्फ बोर्ड यहां अपकी जमीन पर कब्जा कर सकता है.