इजराइल और ईरान के बीच तनातनी बरकरार है. दोनों ही देश एक दूसरे को मिटाने की कसम खाए बैठे हुए हैं. वैसे तो इन दोनों देशों के बीच दुश्मनी नई नहीं है लेकिन हाल में इजराइल पर ईरान के मिसाइल हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. इजराइल ईरान के हमले का जवाब देने की तैयारी कर रहा है.

वैसे इजराइल ने ईरान को जख्म दिए हैं वो बेहद ही गहरे हैं लेकिन अभी तक इजराइल ईरान पर सीधा हमला नहीं कर पाया है. इसी तनातनी के बीच आज इजराइल ने ईरान पर ऐसा साइबर अटैक किया जिससे पूरा ईरान हिल गया. ईरान का पूरा सिस्टम साइबर हमले की जद में आ गया.

मीडिया रिपोट्स के मुताबिक इजराइल का ये साइबर हमला ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों और सरकार से जुड़े अहम विभागों में हुआ. ईरानी सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबर स्पेस के पूर्व सचिव फिरोजाबादी ने कहा कि इस साइबर अटैक की जद में ईरानी सरकार की तीनों शाखाएं, कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका आई हैं.

साइबर अटैक में ईरान के न्यूक्लियर पावर प्लांट, बंदरगाह परिवहन नेटवर्क, ईधन विरतण सिस्टम और नगरपालिका नेटवर्क निशाने पर रहे. ये हमला ऐसे समय हुआ है जब इजरइल ने ईरान के मिसाइल हमलों का बदला लेने की कसम खाई है.

ईरानी हमले के बाद अमेरिका ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे जिसका असर उसके तेल और पेट्रोकेमिकल निर्यात पर पड़ेगा. बता दें कि ईरान और इजराइल के बीच कभी भी भीषण जंग छिड़ने के आसार हैं. आज के साइबर हमले के बाद ईरान भी ऐसी ही जवाबी कार्रवाई कर सकता है.

फिलहाल दोनों देश एक दूसरे पर हमले के लिए तैयार बैठे हैं लेकिन अभी तक इजराइल की ओर से पहल नहीं की गई है. ईरान ये साफ कह चुका है कि अगर इजराइल ने हम पर हमला करने की गलती की तो उसे भारी कीमत चुकानी होगी जबकि इजराइल भी ये कह चुका है कि ईरान ने इमला करके जो गलती की है उसे उसका खामियाजा भुगतना ही होगा.