भारत को नदियों का देश कहा जाता है। देश में एक से बढ़कर एक नदी बहती हैं। कई शहरों को जोड़ने वाली इन नदियों को भारत में माता का दर्जा दिया जाता है और देवी के रूप में इनकी पूजा होती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं एक ऐसी नदी भी है जिसे पिता के रूप में पूजा जाता है। आख़िर वह नदी कौन सी है और देश के किस हिस्से में बहती है, चलिए जानते हैं।

पिता के रूप में पूजा जाता है सोन नदी को

भारत में सोन नदी इकलौती ऐसी नदी है जिसे पिता का दर्जा प्राप्त है। ऐसा माना जाता है कि यह नदी सूर्यपुत्र है, और पौराणिक कथाओं में इसे भगवान सूर्य के पुत्र के रूप में देखा जाता है। इसकी तुलना मां कही जाने वाली नदियों से की जाती है, जैसे कि गंगा, यमुना और सरस्वती, जो मातृत्व का प्रतीक मानी जाती हैं।

मध्य प्रदेश के पठार से निकलती है सोन नदी

सोन नदी मध्य प्रदेश के अमरकंटक पठार से निकलती है और बिहार में गंगा में मिलती है। इसके पानी का उपयोग सिंचाई, कृषि, और बिजली उत्पादन के लिए किया जाता है, जिससे यह क्षेत्र के निवासियों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

इस नदी की कुल लंबाई लगभग 784 किलोमीटर है। यह मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, और बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से होकर गुजरती है और पटना के पास गंगा नदी में मिल जाती है। सोन नदी घाटी काफी चौड़ी और उथली है, जिससे यह बाढ़ प्रवण क्षेत्र के रूप में जानी जाती है। मानसून के समय इसमें पानी का स्तर तेजी से बढ़ता है और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ ला सकती है।