हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भले ही बंपर जीत दर्ज की हो लेकिन सैनी सरकार के 10 में से 8 मंत्री और स्पीकर अपना चुनाव हार गए. केवल दो ही मंत्री अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे. ऐसे में जानकार ये कह रहे हैं कि ये बीजेपी की जीत है या हार.

हरियाणा में नायब सिंह सैनी की सरकार में जो मंत्री हारे में उनमें थानेसर से सुभाष सुधा, नूंह से संजय सिंह, अंबाला सिटी से असीम गोयल, हिसार से कमल गुप्ता, जगाधरी से कंवर पाल, लोहारू से जेपी दलाल, नांगल चौधरी से अभे सिंह यादव.

रानिया से रणजीत सिंह चौटाला. इसके अलावा पंचकुला विधानसभा सीट से विधायक और स्पीकर रहे ज्ञानचंद गुप्ता भी अपनी सीट बचाने में नाकामयाब रहे. हरियाणा सरकार के इतने मंत्रियों का हारना भाजपा के लिए भी चिंता का विषय बन गया है.

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पंचकुला सीट से कांग्रेस के चंदर मोहन ने 1997 वोटों से हरा दिया. थानेसर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अशोक कुमार अरोड़ा ने भाजपा प्रत्याशी सुभाष सुधा को 3243 वोटों से मात दी.

नूंह में कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद ने आईएनएलडी उम्मीदवार को 46963 वोटों से हराया, यहां पर भाजपा के प्रत्याशी संजय सिंह तीसरे नंबर पर रहे, उन्हें कुल 15092 वोट ही मिल सके. सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे असीम गोयल भी अंबाला सिटी सीट से अपना चुनाव नहीं बचा पाए, यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह मोहरा 11131 वोटों से विजयी हुए.

हिसार में निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों को मात दी, यहां पर बीजेपी उम्मीदवार डॉं कमल गुप्ता तीसरे स्थान पर रहे. जगाधरी सीट की बात की जाए तो यहां पर कांग्रेस उम्मीदवार अकरम खान ने भाजपा प्रत्याशी कंवर पाल को 6868 वोटों से हराया.

लोहारू विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश दलाल को कांग्रेस उम्मीदवार राजबीर फरटिया ने 792 वोटों से शिकस्त दी. नांगल चौधरी विधानसभा सीट की बात की जाए तो यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी मंजू चौधरी ने अपने विरोधी भाजपा प्रत्याशी अभे सिंह यादव को 6930 वोटो से हरा दिया.

जीतने वाले मंत्रियों की बात की जाए तो पानीपत ग्रामीण सीट से महिपाल ढांडा और वल्लभगढ़ सीट से मूलचंद शर्मा ही अपना चुनाव बचा सके. बता दें कि हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर कल घोषित हुए चुनाव नतीजों में भाजपा को 48 और कांग्रेस को 37 सीटें मिली, इसके अलावा 2 सीट आईएनएलडी और 3 सीट निर्दलीयों के खाते में गई.