उत्तर प्रदेश में इस समय देश भर में विकास को लेकर सबसे आगे चल रहा है. यह कही शहरों में हाईटेक सुविधांए दी जा रही है तो कही पर सड़को और एक्सप्रसे-वे का जाल बिछाया जा रहा है. इन सब चीजों के साथ ही अब उत्तर प्रदेश में बहुत जल्द ही ग्रीन हावे का काम शुरु होने वाला है. इस हाईवे का लाभ उत्तर प्रदेश के साथ-साथ आस पास के अन्य राज्यों को भी मिलने वाला है. सरकार इस हाईवे को कानपुर से लेकर महोबा तक ले जाने का फैसला कर रही हैं.
उत्तर प्रदेश में 112 KM का ग्रीन हाईवे
बता दें कि कानपुर शहर से सागर तक नेशनल हाईवे पहले से ही बना है. लेकिन अब एक नया ग्रीन हाईवे बनाने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि केंद्रीय मंत्री ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी को DPR तैयार करने कS आदेश दे दिए है. सरकार का कहना है कि यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे जैसा ही होने वाला है. इस एक्सप्रेस-वे के बनने से कई गांवों को विकास मिलने वाला है. जिससे इन गांवो की काफी ज्यादा सुधारा जा सकता हैं.
हो चुका है सर्वे:
सरकार ने लगभग 3 साल पहले यानी साल 2021 में ही उत्तर प्रदेश में एक ग्रीम हाईवे बनाने का फैसला लिया था. जो कि कानपुर शहर से लेकर महोबा तक जाने वाला है. यह रोड रमईपुर के रिंग रोड से शुरु होकर कबरई तक जाने वाला है. इस ग्रीन हाईवे के निर्माण के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने पहले से सर्वे भी कर लिया है. इस हाईवे के बनने से कानपुर के साथ-साथ फतेहपुर, हमीरपुर और महोबा जैसे करीब 95 गांवों को लाभ मिलने वाला है. लोग इस ग्रीन हाईवे के बनने का काफी इंतजार कर रहे हैं.
शीघ्र पूर्ण होगा ग्रीन हाईवे का डीपीआर:
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अक्सर अपने भाषण में ग्रीन हाईवे का बात करते है. लेकिन इस बार ग्रीन हाईवे को जल्द से जल्द बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारीयों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिए है. इसी के साथ ही उन्होने इस काम को जल्द से जल्द खत्म करने के भी आदेश दिए हैं.
कानपुर से मुंबई तक का सफर होगा आसान:
इस नए ग्रीन हाईवे के बनने के बाद कानपुर से मुंबई जाना काफी आसान और जल्दी होने वाला है. इसी के साथ ही इसके बनने से कानपुर और सागर मार्ग पर भी यातायात का दबाव काफी ज्यादा कम होने वाला है. सड़क पर वाहनों की संख्या कम होने से दुर्घनाओं में भी काफी कमी आने वाली होने वाली है. अभी की बात करें तो कबरई से कानपुर तक का रास्ता अच्छा नहीं माना जा रहा है. इस ग्रीन हाईवे के बनने से सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि लोगों को सुरक्षित और तेज यात्रा का मौका मिलेगा.
ट्रकों का आवागमन इन क्षेत्रों से होगा कम:
ग्रीन हाइवे के बनने से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना और तमिलनाडु से आने वाले भारी वाहनों को भी एक अच्छा रास्ता मिलने वाला है. इस समय कानपुर-सागर रास्ते पर हर रोज लगभग 20 से 30 हजार ट्रक जाते है. ग्रीन हाईवे के बनने से इन सभी ट्रको का यातायात इन क्षेत्र से काफी हद तक कम हो जाएगा. ग्रीन हाइवे से यह ट्रक सीधे कानपुर, लखनऊ, बलिया, बहराइच जैसे स्थानों तक पहुंच जाएंगे. जिससे स्थानीय स्थानों पर जाम की समस्या भी कम हो जाएगी.
ग्रीन हाइवे के बनने से इन गांवों में दिखेगा बदलाव:
यह ग्रीन हाईवे कानपुर से लेकर कबरई तक लगभग 112 KM का होने वाला है. यह हमीरपुर के पत्योरा डांडा, देवगांव, गहतौली, जलाला, टेढ़ा, पंधरी, पारा रैपुरा, इटरा, चंदपुरवा बुजुर्ग, इंगोहटा कई क्षेत्रों से होकर जाने वाला है. आने वाले समय इन गांवों का काफी तरक्की मिलने वाली है.इसी के साथ ही यह ग्रीन हाईवे मौदहा तहसील के अरतरा, करहिया, मदारपुर, रीवन, रतवा समेत अन्य क्षेत्रों से भी होकर गुजरने वाला है. जबकि महोबा के खन्ना, चिचारा, बन्हिगा, कबरई जैसे गांवों से गुजारा जाएगा.
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