Google : आज के इस आधुनिक युग में हम जिस Google पर चुटकियों में कुछ भी सर्च कर लेते हैं. क्या आपको पता है इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई थी? दरअसल Google के शुरु होने के पीछे एक बड़ी ही दिलचस्प कहानी हैं. इसका नाम गलती से Google रखा गया पहले कुछ था. आइए आपको बताते है इसके पीछे की रोचक कहानी…

Google की आधिकारिक शुरुआत :

Google की कहानी साल 1995 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से शुरू होती है. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट में काम करने वाले लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन एक ऐसा सर्च इंजन पर काम कर रहे थे जो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को ज्यादा प्रभावी ढंग से खोजने में मदद कर सके.

गूगल की आधिकारिक शुरुआत 4 सितंबर 1998 को एक इवेंट के दौरान की गयी थी. हालांकि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत लगभग दो साल पहले ही हो चुकी थी.

Google नाम कैसे पड़ा?

इसका शुरुआती नाम BackRub था, बाद में इसका नाम बदल कर Googol रखा जाना था. लेकिन स्पेलिंग की गलती की वजह से इसका नाम Google रख गया. जो आज दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है.

गूगल का सीईओ कौन?

सुंदर पिचाई इस समय Google के सीईओ यानी मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं. सुंदर पिचाई भारतीय मूल के नागरिक हैं उन्होंने 2004 में Google को ज्वाइन किया था. उन्हें 2014 में Google के CEO के तौर पर ज़िम्मेदारी दी गयी. वहीं सुंदर पिचाई की सैलरी की बात करें, तो इनकी सालाना आय लगभग 1720 करोड़ सालाना है.

गूगल का सही यूज क्या है?

दरअसल Google एक सर्च इंजन जिस पर जानकारी का भंडार है. चाहे वो किसी भी चीज के बारे में हो, आप एक सिंगल क्लिक पर कुछ भी सर्च कर सकते हैं और Google आपको ज़्यादा से ज़्यादा सटीक जानकारी उपलब्ध करा देता है.

इसीलिए Google को दुनिया का सबसे बेस्ट सर्च इंजन कहा जाता है और यही वजह है, कि Google की एक दिन की कमाई ५ अरब से भी ज़्यादा है. जोकि इसे मिलने वाले विज्ञापनों के ज़रिए होती है.

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