OYO Full form:  जब भी हम कभी बाहर घूमने का प्लान बनाते हैं रात में रुकने के लिए अकसर हम होटल में रुकते हैं. और जब होटल में रुकने की बात की जाए तो एक नाम सबसे पहले हर किसी के जुबां प पर आता हैं OYO. यह सस्ता होने के साथ देश के लगभग हर कोने में आसानी से मिल जाते हैं.

यही वजह है कि लोग किसी भी शहर में जोते हैं तो रुकने के लिए सबसे पहले ओयो होटल को ही खोजते हैं. आपने भी हो सकता है कि OYO होटल कभी न कभी बुक किया होगा.

OYO का पूरा नाम क्या है ?

साल 2013 जब रितेश अग्रवाल ने अपना शुरूआत किया था. तो बहुत सोच-समझकर इसका नाम OYO रखा था. इसका पूरा नाम OYO ( On Your Own ) हैं. जिसका मतलब है कि बुकिंग के बाद होटल का यह कमरा पूरी तरह आपका (कस्‍टमर) हो गया है. रितेश अग्रवाल ने पहले इसका नाम ओरावल रखा था, जिसे बाद में बदलकर ओयो कर दिया.

OYO

आप भी नहीं जानते होंगे OYO का ये राज:

ओयो होटल के बारे में शायद ये बात आप नहीं जानते होंगे और यही इसे अन्‍य होटल से अलग बनाता है. दरअसल, OYO में आप घंटे के हिसाब से भी बुकिंग करा सकते हैं. अगर आपको कुछ घंटे के लिए भी कमरा चाहिए तो भी ओयो उपलब्‍ध कराता है. दूसरे होटलों में आप घंटे के हिसाब से कमरे नहीं ले सकते हैं. वहां आपको पूरे दिन के लिए ही बुकिंग करानी पड़ेगी, भले ही आपको एक घंटे रहना हो या एक दिन.

जाते समय बरते सावधानी:

अधिकतर लोग जब होटल में रुकते हैं तो आईडी के तौर पर अपना आधार कार्ड जमा कर देते हैं. यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं. क्योंकि इससे आपका डाटा चोरी होने और उसका गलत इस्तेमाल होने का खतरा बना रहता हैं. इससे बचने के लिए अब आगे से जब भी आप ओयो में रुकने जाएं या फिर किसी अन्य होटल में तो आप अपना आधार कार्ड जमा करने के बजाए मास्क आधार कार्ड जमा करें.

क्या होता है मास्क आधार कार्ड:

मास्‍क आधार कार्ड में आपका पूरा आधार नंबर नहीं लिखा होता, बल्कि आखिरी के 4 अंक ही रहते हैं और शुरुआत के 8 अंक छुपे रहते हैं. इस वजह से आपका आधार हैक नहीं हो सकता है.

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