देश का किसान एक बार फिर दिल्ली कूच की तैयारी में है. शंभू बॉर्डर पर पिछले 9 महीने से किसान शांतिपूर्ण तरीके से बैठे हुए हैं. इतने दिनों में भी अपनी समस्याओं का कोई समाधान ना निकलता देख एक बार फिर उन्होंने दिल्ली में जाकर बैठने का मन बना लिया है.
आज किसानों ने चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि वो 6 दिसंबर 2024 को दिल्ली कूच करेंगे. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि हम 26 नवंबर से भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
खनोनी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठने के बाद सरकार को 10 दिन का समय दिया जाएगा. इस बीच अगर कोई हल निकला तो ठीक नही तो फिर 6 दिसंबर को दिल्ली कूच कर दिया जाएगा.
किसान नेता पंढेर और डल्लेवाल ने कहा कि हम 9 महीने से चुपचाप बैठे हुए हैं, सरकार ने हमारी समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकाला है, कोर्ट के आदेश के बावजूद भी बॉर्डर को नहीं खोला गया. उन्होंने कहा कि 6 दिसंबर को एकजुट होकर दिल्ली कूच किया जाएगा, इस बार हम ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं बल्कि पैदल ही दिल्ली की ओर जाएंगे.
किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसानों को दिल्ली कूच की जानकारी दे दी गई है और जल्द ही किसान संगठन शंभू बॉर्डर पर एकजुट होना शुरू हो जाएंगे. पंढेर ने सरकार से मांग की है कि उन्हें दिल्ली में प्रदर्शन करने के लिए जगह दी जाए.
बता दें कि पिछले साल फसलों की एमएसपी सहित कई अहम मांगों को लेकर किसानों ने आंदोलन दशुरू किया था और दिल्ली जाने का प्रयास किया था लेकिन उन्हें हरियाणा में ही रोक लिया गया.
इसके बाद से ही किसान शंभू बॉर्डर पर मोर्चा लगाए बैठे हुए हैं. रास्ता बंद होने का मामला देश की सर्वोच्य अदालत तक भी पहुंच चुका है. अब एक बार फिर किसानों के दिल्ली कूच के एलान से सरकार की परेशानी बढ़ सकती है.
किसानों ने कई बार दिल्ली कूच करने की कोशिश की लेकिन उन्हें दिल्ली पहुंचने से हर बार रोक दिया गया. तीन कृषि कानून आने के बाद किसानों ने दिल्ली से सटे बॉर्डर पर लंबे समय तक धरना दिया था उसके बाद सरकार को वो तीनों कानून वापस लेने पड़े.
उसी दौरान सरकार ने किसानों की कई मांगों को माने जाने का आश्वासन दिया था लेकिन किसानों का कहना है कि उनकी मांगों को अभी तक कोई तवज्जो नहीं दी गई है इसीलिए वो एक बार फिर दिल्ली कूच करने की कोशिश करेंगे.