महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद सीएम पद को लेकर चला आ रहा सस्पेंस अब खत्म होता दिखाई दे रहा है. एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की जिद छोड़ दी है और ये साफ कह दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो भी फैसला लेंगे वो मुझे मंजूर होगा.
बुधवार को एक अहम प्रेस कॉफ्रेंस में एकनाथ शिंदे ने ये एलान कर दिया कि वो सीएम पद की रेस में नहीं है. उन्होंने कहा कि मैने कभी खुद को मुख्यमंत्री नहीं समझा, मैं हमेशा एक आम आदमी बनकर रहा हूं. मैने हमेशा राज्य की बेहतरी के लिए काम किया है. उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र की लाडली बहनों का लाडला भाई हूं.
शिंदे ने कहा कि मैने पीएम मोदी को फोन करके कहा है कि हमारे बीच कोई अड़चन नहीं है. आप जो भी फैसला लेंगे वो हमें मंजूर होगा. हम सब एनडीए का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर काम करने को तैयार हैं और यहां पर महायुति पूरी तरह से मजबूत है. पीएम जो भी निर्णय लेंगे वो शिवसेना को मंजूर होगा.
शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया, उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया, मैं उनका शुक्रगुजार हूं. शिंदे के इस एलान के बाद ये लगभग तय हो गया है कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
बता दें कि 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र चुनाव में महायुति गठबंधन को कुल 235 सीटें मिली थी. इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटों पर जीत मिली थी.
इस हिसाब से अगर भाजपा को सरकार बनानी है तो उसे दोनों दलों में किसी एक को तो साथ लेना ही होगा. अगर शिंदे और अजित पवार दोनों ही एकजुट हो जाते हैं तो बीजेपी सरकार नहीं बना सकती.
अगर अजित पवार बीजेपी को समर्थन दे देते हैं तो बीजेपी बिना शिंदे गुट को साथ लिए सरकार बनाने में सक्षम है. अब देखना ये दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र में नया सीएम कब शपथ लेगा.