धनतेरस और दिवाली के शुभ संयोग पर खरीदारी को शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इस समय सोना-चांदी, घर-मकान, वाहन और वस्त्र को खरीदना शुभ होता है, इससे घर में समद्धि बढ़ती है. यही कारण है कि लोग दीवाली पर जमकर खरीदारी करते हैं. ऐसे में वे लोग जो ये नहीं कर पाते हैं तो उनके लिए एक और मौका है. बता दें कि दीवाली पर 13 दीया जलाना बेहद शुभ कार्य माना जाता है. इस पोस्ट में 13 दीया जलाने का उपाय और इन दीयों को कहां पर जलाना चाहिए, इसके बारे में बात करेंगे.

दीवाली पर 13 दिये जलानाः

यम देवः

धनतेरस पर पहला दिया यमदेव के लिए जाना जाता है इससे परिवार को अकाल मृत्यु के दोष से मुक्ति मिल जाती है. धनतेरस के दिन यमदेव के लिए आटे से चार मुख वाला दतिया तैयार कर रात में सोने के पहले घर के दक्षिण छोर पर रख देना चाहिए.

पूजा स्थलः

धनतेरस के दूसरे दिन एक दिया जलाकर घर के पूजास्थल पर रखना चाहिए. इससे परिवार को अकाल मृत्यु के दोष से मुक्ति मिल जाती है.

देवी मां लक्ष्मीः

तीसरा दीया धन की देवी मां लक्ष्मी को स्मरण कर उनके सामने जलाएं. इससे घर में धन संपत्ति में वृ्द्धि होगी.

तुलसीः

चौथा दिया घर में लगी तुलसी माता के सामने जलाएं. इससे घर में शांति और खुशहाली का वास होगा और पारिवारिक जीवन में सुख बढ़ेगा.

मुख्य दरवाजाः

पांचवां दीया घर के मुख्य दरवाजे के सामने जलाएं. इससे नकारात्मक शक्तियां घर से दूर रहेंगी.

पीपल के नीचेः

छठा दीया पीपल के के पेड़ के नीचे रखना चाहिए. इस दीये को सरसों के तेल से जलाना चाहिए. इससे धन और सेहत की परेशानी दूर होती है.

मंदिरः

सातवां दीया घर के पास के किसी मंदिर या वहां जलाएं जहां आप नियमित रुप से पूजा करने जाते हैं, ये घर में खुशियां लेकर आएगा.

कूड़ादानः

आठवां दीया कूड़ेदान के पास जलाएं. इससे नकारात्मक शक्तियां घर से दूर रहेंगी और घर में स्वच्छता रहेगी.

बाथरुमः

नौवां दिया घर में बाथरुम में रखें, इससे जीवन में सकारात्मकता आएगी.

छतः

दसवां दीया घर की छत पर जलाएं. ये बुरी शक्तियां से आपके घर की रक्षा करेगा.

खिड़कीः

ग्यारहवां दीया घर की किसी खिड़की पर जलाएं, इससे नकारात्मकता घर में प्रवेश नहीं कर पाएगी.

सबसे ऊंची जगहः

बारहवां दीया घर की किसी खिड़की पर जलाएं, इससे नकारात्मकता घर में प्रवेश नहीं कर पाएगी.

चौराहाः

तेरहवां दिया घर के पास के चौराहे पर जलाएं, ये सुख और समृद्धि को आपके घर की राह दिखाएगा.