धनतेरस का दिन माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए विशेष माना जाता है. धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं. ऐसे में कुछ काम ऐसे भी हैं जिन्हें धनतेरस के दिन करने से बचना चाहिए. अगर आप धनतेरस के दिन इन कामों को करते हैं तो आपके घर आई हुई लक्ष्मी भी चली जाती है. ऐसे में आपको ये जान लेना चाहिए कि धनतेरस की शाम को कौन-कौन से काम नहीं करने चाहिए.

खाली घर ना छोड़ेः

अगर आप धनतरेस की शाम को शॉपिंग करने के लिए जा रहे हैं तो आपको इस बात को ध्यान में रखना होगा कि घर के सारे सदस्य घर को खाली छोड़कर ना जाएं बल्कि किसी ना किसी सदस्य का घर में रहना बेहद जरुरी है. मान्यता है कि शाम के समय में ही माता लक्ष्मी का आगमन होता है. ऐसे में अगर आप घर में ताला लगा देते हैं तो आपके घर में माता लक्ष्मी कभी नहीं विराजेंगी.

धनतेरस की शाम पूरी तरह से दरवाजे बंद ना करेंः

धनतेस की शाम माता लक्ष्मी धरती पर विचरण करने आती है, इसलिए उनके आगमन के लिए दरवाजे को पूरी तरह से बंद ना करें बल्कि दरवाजे को शाम के समय घर का दरवाजा बंद ना करें, दरवाजे को थोड़ा सा खुला ही रखें, जैसे कि आप किसी के आने के इंतजार में हो.

शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीया जलाना ना भूलेंः

शाम के समय घर के बाहर मुख्य द्वार पर दीप जलाना नहीं भूलें, मुख्य द्वार पर अंधेरा रहने पर भी माता लक्ष्मी की कृपा से आप वंचित रह सकते हैं, इसलिए मुख्य द्वार के दोनों कोने पर धान या चावल रखकर एक दीप उस पर जरुर जलाएं. इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.

धनतेरस पर शाम के समय किसी को कोई चीज ना देंः

धनतेरस पर आपको दान जरुर करना चाहिए लेकिन शाम के समय किसी को कोई चीज ना दें, खासकर कि किसी को आज के दिन उधार देने से बचना चाहिए, वहीं अगर सुबह-सुबह कोई द्वार पर मांगने आए तो उसे खाली हाथ ना जाने दें. धनतेरस पर दिन के समय दान करने को शुभ माना गया है.

शाम के समय शंख ना बजाएंः

धनतेरस या बाकी किसी भी दिन सूर्यास्त के बाद धनतेरस पर शंख नहीं बजाना चाहिए. शाम के समय शंखनाद को शुभ नहीं माना जाता है. खासकर धनतेरस पर शंख ना बजाएं, वरना माता लक्ष्मी की कृपा आपको नहीं मिलेगी और माता लक्ष्मी नाराज होकर वापस लौट जाती है.