महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से इीक पहले सीएम एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं हूं लेकिन राज्य का अगला मुख्यमंत्री महायुति गठबंधन से ही होगा.

मतदान से ठीक पहले शिंदे का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह कह चुके हैं कि अभी एकनाथ शिंदे सीएम हैं लेकिन चुनाव के बाद हम मिल बैठकर नए सीएम के नाम पर चर्चा करेंगे.

एक मीडिया चैनल से बातचीत करते हुए एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि राहुल गांधी दिवंगत नेता बाला साहेब ठाकरे को हिंदू हृद्य सम्राट कब बोलेंगे.

उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वो अपने स्वार्थ के लिए कांग्रेस के साथ चले गए, उन्होंने बीजेपी की पीठ पर छुरा घोंपा था. अगर आप बाला साहेब ठाकरे जिंदा होते तो अपने बेटे उद्धव को जंगल जाकर वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर बनने को कहते.

इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कहा था कि महाराष्ट्र में अभी एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ये गठबंधन के सभी साझेदार दल मिलकर तय करेंगे. उन्होंने दावा किया था कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ दल महायुति दल पूर्ण बहुमत से फिर सत्ता में लौटेगा.

बता दें कि महाराष्ट्र में अभी एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं ओर उनके साथ देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार उप मुख्यमंत्री हैं. राज्य की सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होना है और आगामी 23 नवंबर को महाराष्ट्र के साथ झारखंड विधानसभा और देशभर में होने वाले उपचुनाव के नतीजे आएंगे.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति और महाविकास अघाड़ी आमने-सामने हैं. महायुति गठबंधन में बीजेपी के अलावा एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी है. जबकि महाविकास अघाड़ी गठबंधन में कांग्रेस के साथ एनसीपी शरद पवार गुट और शिवसेना उद्धव ठाकरे हैं.

महाराष्ट्र की सियासत में पिछले कुछ सालों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. साल 2022 में एकनाथ शिंदे ने बगावत की और शिवसेना दो हिस्सों में बंट गई.

इसके बाद शरद पवार की एनसीपी में भी टूट हुई और अजित पवार अलग होकर बीजेपी के साथ चले गए. अब देखना ये है कि इस विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में नए सियासी समीकरण क्या बनते हैं.