आधार कार्ड आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है. बैंक खाता खुलवाना हो या गैस सिलेंडर लेना हो, पढ़ाई का फॉर्म भरना हो या किसी सरकार योजना के लिए आवेदन करना हो, हर जगह आधार कार्ड ही सबसे पहले मांगा जाता है.
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा देश के नागरिकों को पहचान के दस्तावेज के तौर पर आधार कार्ड जारी किया जाता है, इसमें आपका नाम, पिता का नाम पता सहित आपके अंगूठे और आंखों का प्रिंट भी लिया जाता है. जिसके लिए आपको आधार सेंटर जाने की जरूरत होती थी.
लेकिन अब इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ने ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है. जिसमें आधार कार्ड में बच्चों का पंजीकरण और मोबाइल नंबर अपडेट जैसी सेवाएं अब घर के दरवाजे पर ही उपलब्ध होंगी.
इसके लिए IPPB ने चाइल्ड एनरोलमेंट लाइट क्लाइंट (CELC) की सेवा शुरू की है. जो यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) द्वारा विकसित एक एंड्रॉइड आधारित एप्लिकेशन है.
IPPB ने अपने 650 ब्रांच नेटवर्क के साथ इस सेवा को चरणबद्ध तरीके से लॉन्च किया है. ये सभी पोस्टमैन स्मार्टफोन और बायोमेट्रिक डिवाइस से लैस होंगे. ताकि यह सेवा हर नागरिक के दरवाजे पर दी जा सके. इसके लिए 50 रुपये का सर्विस चार्ज लिया जाएगा.
CELC ऐप का चार्ज और फायदे :
घर पर बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए 50 रुपए का सर्विस चार्ज देना पड़ेगा. UIDAI की चाइल्ड एनरोलमेंट पॉलिसी के मुताबिक, 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बायोमेट्रिक डिटेल्स मतलब फिंगरप्रिंट और आईरिस इमेज नहीं ली जाती है. जिससे उनका रजिस्ट्रेशन आसान होता है. CELC ऐप से बच्चे का सिर्फ फोटोग्राफ और कुछ डिटेल्स ही दर्ज किए जाते हैं. जिसमें पैरेंट्स और ऑपरेटर की बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की जरूरत होती है.
आधार कार्ड का क्या काम होता है :
- सरकार सब्सिडी का डायरेक्ट बेनिफिट्स आधार से लिंक बैंक खातों में ट्रांसफर करती है.
- पैन-ITR, मोबाइल सिम, बैंक अकाउंट, राशन कार्ड जैसी चीजों के लिए भी आधार बेस्ड ओटीपी वैरिफिकेशन की जरूरत होती है.
- इसके अलावा भी कई जरूरी काम के लिए आधार नंबर जरूरी होता है.