बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कई अहम मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी, एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर उन्होंने भाजपा का समर्थन करने का भी एलान कर दिया.

मायावती का समर्थन

मायावती ने देश की संसद में संविधान पर हुई चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा और कांग्रेस इधर उधर की बातें करके जनता का ध्यान भटका रहे हैं. हकीकत ये है कि इन दोनों ने ही संविधान पर सही से अमल नहीं किया.

मायावती

दोनों ही पार्टियां संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को आदर सम्मान देने में विफल रही हैं. संविधान को लेकर दोनों की संकीर्ण राजनीति का स्वार्थ हावी है.

उन्होंने कहा कि अगर देश पर राज करने वाली पार्टियों ने संविधान पर सही से अमल किया होता तो आज 80 करोड़ लोगों को मुफ्त सरकारी अनाज के लिए लाइन ना लगानी पड़ती. सरकार की नीतियों से हर वर्ग के लोग परेशान हैं.

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि संसद में संविधान पर नाटक हो रहा है, संसद में मेरा भी अपमान हुआ है, कांग्रेस पार्टी वोटरों को गुमराह कर रही है, भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पिछड़ों को आरक्षण नहीं देना चाहती.

मायावती

मायावती ने कहा कि कांग्रेस और सपा अब दलितों को लुभाने के लिए आरक्षण को लेकर कुछ हवा हवाई बातें कर रही हैं जिसमें सत्ती भर भी सच्चाई नहीं है. ये दोनों ही पार्टियां अंदर ही अंदर मिलकर अदालत की आड़ में आरक्षण को निष्प्रभावी बनाने में लगी है.

एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर भाजपा का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि हम इस विधेयक का स्वागत करते हैं, इस मुद्दे पर सभी पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देश व आम जनता के हित में काम करना चाहिए.

ये भी पढ़ें: कानून के शिकंजे में आई अतुल सुभाष की पत्नी, सास और साला! भाई ने भतीजे को लेकर उठाया सवाल