उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. चुनावी माहौल को गरमाने के लिए सपा और भाजपा की तरफ से नए-नए नारों वाले पोस्टर लगाए जा रहे हैं.
कोई बटेंगे तो कटेंगे का नारा दे रहा है तो कोई जुड़ेंगे तो जीतेंगे की बात कह रहा है. सपा और भाजपा के बीच चल रही जुबानी जंग में अब बसपा की भी एंट्री हो गई है.
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने आज सपा और भाजपा दोनों दलों पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा और सपा अपने-अपने गठबंधनों के साथ उपचुनावों के दौरान दोस्ताना मुकाबला करते थे क्योंकि आमतौर पर बसपा उपचुनाव नहीं लड़ती थी.
लोगों को गुमराह करने के लिए भाजपा कह रही है बटेंगे तो कटेंगे जबकि सपा कह रही है जुड़ेंगे तो जीतेंगे. मायावती ने इन दोनों नारों के जवाब में नया नारा देते हुए कहा कि बसपा से जुड़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे और सुरक्षित रहेंगे.
समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सपा सरकार के दौरान अधिकारी नहीं बल्कि माफिया और गुंडे सरकार चला रहे थे.
उन्होंने दावा किया कि हमारे पास ऐसी खबरें है कि इल उपचुनावों में सपा अपने गुंडों और माफियाओं से अंदर ही अंदर ये कह रही है कि अगर हम ये उपचुनाव जीतेगें तो भविष्य में हमारी सरकार बनेगी, तभी तुम लोग सुरक्षित रह पाओगे.
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है. सभी राजनैतिक दल इसमें जीत के लिए हर संभव प्रयास में जुटे हुए हैं.
पहले माना जा रहा था कि यूपी उपचुनाव में मुकाबला सपा और भाजपा के बीच होगा लेकिन इस बार मायावती ने उपचुनाव लड़ने का एलान कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.