Ayodhya Ramlala के तिलकोत्सव की तैयारी : अयोध्या में प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा के बाद भव्य मंदिर में इस बार एक विशेष और दिव्य आयोजन होने जा रहा हैं. जिसे देखने के लिए देश-विदेश से भक्तों का जन सैलाब लगने वाला हैं.

श्री राम के तिलकोत्सव के उपलक्ष्य में नेपाल सीता माता के घर जनकपुर से 251 लोग पहली बार राम जी का तिलक लेकर अयोध्या पहुंचने वाले हैं. इस कार्यक्रम के बाद राराम नगरी के संत भी राम-जानकी विवाह के लिए जनकपुर जाएंगे. अपनी तरह के इस अनूठे उत्सव को लेकर जनकपुर और अयोध्या में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं.

अयोध्या और जनकपुर का ऐतिहासिक संबंध :

प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह को लेकर अयोध्या और जनकपुर के बीच ऐतिहासिक संबंध रहे हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार, जनकपुर, जो कि माता सीता का मायका है, से हर साल रामलला के लिए तिलक सामग्री अयोध्या भेजी जाती है.

तिलकोत्सव समारोह एक ऐसा पावन आयोजन है, जिसमें जनकपुर के लोग माता सीता के तिलक के सामान और आभूषणों के साथ अयोध्या आते हैं और रामलला का तिलक चढ़ाते हैं. इस बार के समारोह को और भव्य बनाने के लिए जनकपुर के जानकी मंदिर में एक विशेष बैठक हुई, जिसमें तिलकोत्सव के आयोजन की रूपरेखा तय की गई.

18 नवंबर को होगा श्रीराम का तिलक:

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार होने वाला राम का तिलक उत्सव 18 नवंबर को निर्धारित हुआ है. मान्यता है कि माता सीता के मायके जनकपुर (नेपाल) से लोग राम का तिलक करने के लिए अयोध्या पहुंचते हैं. सीता-राम का विवाह जनकपुर धाम में होता है.

जिसके लिए अयोध्या से साधु संत जनकपुर पहुंचते हैं. लेकिन पहली बार नेपाल से लोग तिलक चढ़ाने अयोध्या पहुंचेंगे. उसके बाद अयोध्या से संत राम के विवाह के विवाह के लिए 26 नवंबर को जनकपुर जाएंगे.