पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी बाजपेई की दत्तक पुत्री ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से चुनाव लड़ने के प्रस्ताव को ना कर दिया है. भाजपा चाहती है कि अटल बिहारी बाजपेई की विरासत को संभालने के लिए उनकी दत्तक पुत्री आगे आये. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले महीने नमिता भट्टाचार्य से मिलकर उनको लखनऊ से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया था.
नमिता भट्टाचार्य ने कहा – मैं प्रधानमंत्री के इस निर्णय का स्वागत करती हूँ, लेकिन मैं खुद को तैयार नहीं कर पा रही हूँ. प्रधानमंत्री के निर्णय का स्वागत करते हुए शुक्रिया अदा किया. भाजपा चाहती थी कि अटल बिहारी बाजपेई की दत्तक पुत्री चुनाव लड़ें. जिससे सहानुभूति की लहर बहे और पार्टी को इसका फायदा मिल सके. बता दे कि नमिता के पति रंजन भट्टाचार्य जो कि उद्योगपति है, इन दोनों लोगों का ही राजनीति से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं है.
नमिता के इस निर्णय के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह के लिए लोकसभा की राह आसान हो गयी है, अब वह ही लखनऊ से चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार लखनऊ से कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी ने चुनाव लड़ा था, लेकिन अब रीता बहुगुणा भी भाजपा में शामिल हो गयी है. इसको देखते हुए राजनाथ सिंह की राह आसान नजर आ रही है.