उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पीसीएस परीक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज के मामले में अब राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि याद रखना जैसी सेवा कर रहे हो वैसी ही सेवा आपको भी मिलेगी. उन्होंने कहा कि ये सरकार लाठी मारकर सबको दबाना चाहती है.
मुरादाबाद के कुंदरकी में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि ये लोग उपचुनाव में इसलिए ताकत लगा रहे हैं कि इनकी कुर्सी ना चली जाए. ये युवाओं को नौकरी दे नहीं पा रहे, इनके एजेंडे में नौकरी है ही नहीं. ये युवाओं के भविष्य के साथ धोखा कर रहे हैं.
युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य है।
इलाहाबाद में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने जो जब माँग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी। हम फिर दोहराते हैं : नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं।
हम युवाओं के साथ हैं।… pic.twitter.com/YbTlaBSAgG
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 11, 2024
प्रयागराज ही नहीं हर जगह युवा आंदोलन कर रहे हैं. परीक्षा में हेरफेर करने वाले लोग बीजेपी के ही हैं. पेपर लीक कराने वाले लोग भाजपा के ही हैं. परीक्षा को टालने वाले लोग भी भाजपा के ही हैं. परीक्षा को रद्द कराने वाले लोग भी भाजपा वाले ही हैं.
उन्होंने कहा कि आरक्षण को मारने वाले भी भाजपा वाले हैं, आरक्षण से खिलवाड़ करने वाले, रिजल्ट को लटकाने भी भाजपा के ही हैं, इतना ही नहीं कोर्ट में परीक्षा को उलझाने वाले भी भाजपा के ही हैं. इस बार युवा इनको छोड़ेगा नहीं, युवा इनके खिलाफ मतदान करने जा रहा है.
अब हर हाथ में तिरंगा लहराएगा!
भाजपा का ज़ुल्म सहा न जाएगा!युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य है। हम युवाओं के साथ हैं!
इलाहाबाद में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने जब अपनी माँग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी।…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 11, 2024
सपा अध्यक्ष ने कहा कि ये उपचुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. इसमें बीजेपी बहुत डरी और घबराई हुई है. कोई इनका साथ नहीं दे रहा है. यही वजह है कि ये लोग पुलिस प्रशासन को आगे कर रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी वाले डरे हुए हैं इसलिए चुनाव टाल रहे हैं. इन्होंने पहले अयोध्या का चुनाव टाला और फिर बाकी सभी नौ सीटों के चुनाव टाल दिए.
अयोध्या में मुख्यमंत्री कई बार गए, पीडीए अधिकारियों को वहां से हटाया, इसके बाद भी आंतरिक सर्वे में पता चला कि चुनाव हार रहे हैं इसलिए अयोध्या से चुनाव टलवा दिया.