उत्तर प्रदेश के अलावा केरल और पंजाब में होने वाले उपचुनाव की तारीख का आज बदल दिया गया है. अब इन तीनों राज्यों में 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को मतदान होगा.

भाजपा और उसके सहयोगी दल रालोद ने चुनाव आयोग को ज्ञापन देकर चुनाव की तारीख को बदलने की मांग की थी जिसपर चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख को बदल दिया है. यूपी में उपचुनाव की तारीख बदली तो इसे लेकर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई.

समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे लेकर भाजपा पर तंज कसते हुए कहा है कि टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे. इस नारे को भाजपा की ओर से दिए गए नारे बटेंगे तो कटेंगे का जवाब भी माना जा रहा है.

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा कि टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे. पहले मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला, अब बाकी सीटों के उपचुनाव की तारीख, बीजेपी इतनी कमजोर पहले कभी ना थी.

दरअस्ल बात ये है कि यूपी में महा बेरोजगारी की वजह से जो लोग पूरे देश में काम रोजगार के लिए जाते हैं वो दिवाली व छठ की लंबी छुट्टी लेकर प्रदेश आए हुए हैं और उपचुनाव में बीजेपी को हराने के लिए वोट डालने वाले थे.

जैसे ही बीजेपी को ये भनक लगी उसने उपचुनावों को आगे खिसका दिया जिससे लोगों की छुट्टी खत्म हो जाए और वो बिना वोट डाले ही वापस चले जाएं. ये बीजेपी की पुरानी चाल है. हारेंगे तो टालेंगे.

बता दें कि बीजेपी ने यूपी में होने वाले उपचुनाव की तारीखों में बदलाव की मांग को लेकर चुनाव आयोग को एक ज्ञापन दिया था. बीजेपी प्रतिनिधि मंडल ने अपने ज्ञापन में कहा था कि 15 नवंबर को कात्रिक पूर्णिमा होने की वजह से कुंदरकी, मीरापुर, गाजियाबाद और प्रयागराज में लोग 3 से 4 दिन पहले इकठ्ठा हो जाते हैं.

ऐसे में चुनाव आयोग को कार्तिक पूर्णिमा को ध्यान में रखते हुए यूपी उपचुनाव की तारीख में बदलाव करना चाहिए. बीजेपी की इसी मांग पर चुनाव आयोग ने यूपी सहित तीन राज्यों में उपचुनाव की तारीख को बदलने का एलान कर दिया.