उत्तर प्रदेश देशभर में एक्सप्रेस–वे के मामले में काफी आगे निकल चुका है। प्रदेश में मौजूदा वक्त में किसी भी राज्य से सबसे ज्यादा एक्सप्रेस–वे हैं। और भी नए एक्सप्रेस–वे बनने पर निरंतर कार्य चल रहा है। इस बीच अब प्रदेश के सबसे बड़े एक्सप्रेस–वे के बनने की तैयारी चल रही है। इस एक्सप्रेस–वे को गोरखपुर से हरियाणा के पानीपत ज़िले से जोड़ा जाएगा।
गोरखपुर से पानीपत
गोरखपुर से पानीपत तक बनने वाले इस एक्सप्रेस–वे की कुल लंबाई 750 किलोमीटर तक होगी। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से सिद्धार्थनगर नगर होते हुए बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और शामली के रास्ते हरियाणा के पानीपत ज़िले तक जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने रूट के सर्वे का काम शुरू कर दिया। यह एक्सप्रेसवे राज्य के पूर्वी क्षेत्र को पश्चिमी क्षेत्र से जोड़ने का काम करेगा।
प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे
गोरखपुर से पानीपत के बीच बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे होगा। फ़िलहाल प्रदेश में सबसे बड़े एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जारी है और जल्द ही पूरा होने वाला है। इसे जनवरी से पहले खोले जाने की संभावना जताई जा रही है। गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई 550 किलोमीटर है।
उत्तर प्रदेश में तेज़ी के साथ एक्सप्रेसवेज पर काम हुआ है। राज्य में एक्सप्रेसवे बनने की शुरुआत यमुना एक्सप्रेसवे से हुई थी। जिसे तत्कालीन मुख्यमंत्री मायाबती के शासन में बनवाया गया था। इसके बाद आगरा से लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण हुआ। और फिर ये सिलसला जारी रहा और एक के बाद एक एक्सप्रेसवेज का निर्माण होता रहा है। फिर चाहे वो पूर्वांचल एक्सप्रेसवे हो या फिर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे तेज़ी के साथ इन एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे प्रदेश में सबसे तेज़ी से बनने वाला एक्सप्रेसवे है।