ट्रेन में सफ़र करने के लिए टिकट का होना ज़रूरी है। अगर बिना टिकट यात्रा करते पकड़े जाते हो तो टीईटी द्वारा जुर्माना लगाया जाता है लेकिन भाखड़ा नांगल ट्रेन भारत की एक अनोखी ट्रेन है। जिसमें यात्रियों से कोई किराया नहीं लिया जाता है। यह ट्रेन भाखड़ा नांगल बांध के क्षेत्र में चलती है। इसका मुख्य उद्देश्य इस परियोजना से जुड़े कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को फ्री में परिवहन सेवा प्रदान करना है।

भाखड़ा नांगल ट्रेन के मुख्य तथ्य

  1. नि:शुल्क यात्रा: यह ट्रेन शुरू से ही नि:शुल्क सेवा प्रदान करती है। इसमें यात्रा करने के लिए किसी टिकट की आवश्यकता नहीं होती और यात्रियों से कोई किराया नहीं लिया जाता।
  2. उद्देश्य: भाखड़ा नांगल बांध परियोजना के निर्माण और रखरखाव के दौरान श्रमिकों और कर्मचारियों को लाने-ले जाने के लिए इस ट्रेन को शुरू किया गया था। इसके साथ ही, स्थानीय लोग भी इस सेवा का लाभ उठाते हैं।
  3. रूट: यह ट्रेन पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बीच स्थित भाखड़ा और नांगल के क्षेत्रों में चलती है। इसका सफर भाखड़ा बांध के करीब के क्षेत्रों से होकर गुजरता है, जो पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है।
  4. ऐतिहासिक महत्व: भाखड़ा नांगल ट्रेन का संचालन 1948 में शुरू हुआ था, जब भाखड़ा नांगल बांध का निर्माण कार्य चल रहा था। इसे देश की सबसे पुरानी नि:शुल्क ट्रेन सेवाओं में से एक माना जाता है।

देश की इकलौती बिना टिकट वाली ट्रेन

इस ट्रेन का इस्तेमाल अभी भी कुछ हद तक भाखड़ा नांगल बांध के आसपास रहने वाले लोगों और बांध से जुड़े कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। ट्रेन आज भी भारत के इतिहास और प्रगति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह देश की एकमात्र ट्रेन है जिसमें यात्रा के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता।