अखिलेश यादव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना सहित अन्य विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसी बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह और मनमोहन सिंह की तस्वीर शेयर कर केन-बेतवा लिंक योजना पर बड़ा दावा ठोंक दिया. उनके इस दावे की वजह से यूपी से लेकर एमपी तक सियासत गर्मा गई है.

अखिलेश यादव का बड़ा दावा

समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा कि नदियों को जोड़ना, देश को जोड़ने का काम होता है’ इसी बड़ी सोच के साथ अपने नेताजी ने देश में सबसे पहले दो राज्यों की नदियों को जोड़ने की परियोजना की संकल्पना की थी और मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री के साथ केन-बेतवा लिंकिंग प्राजेक्ट के एमओयू को हस्ताक्षरित कर के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को प्रस्तुत किया था.

उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पीछे सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी, पेय जल और विद्युत उत्पादन के साथ-साथ सूखाग्रस्त बुंदेलखंड के जल स्तर मे सुधार और इस क्षेत्र के चतुर्दिक विकास के लिए निवेश व पर्यटन के नये दरवाज़े खोलकर आत्मनिर्भरता बढ़ाने और पलायन को रोकने का बड़ा नज़रिया काम कर रहा था.

अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा कि अगर वर्तमान केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को सही प्राथमिकता दी होती तो नेताजी का ये महान कार्य और पहले ही शुरू होकर अब तक पूर्ण हो जाता.

अखिलेश यादव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खजुराहो में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अतीत में कांग्रेस सरकारें घोषणाएं करने में माहिर थीं. कांग्रेस सरकारों के पास योजनाओं को लागू करने की न तो नीयत थी और न ही गंभीरता.

 अखिलेश यादव

अखिलेश यादव कहा कि आज हम पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ देख रहे हैं. मध्यप्रदेश के किसानों को किसान सम्मान निधि की किश्तें मिल रही हैं, ये तब संभव हुआ जब जनधन खाते खोले गए.

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