Up Vidhan Sabha: बुधवार को बहस के दौरान माहौल इस वक्त गर्म हो गया, जब सदन में हंगामा कर रहे और बार-बार रोकने पर भी शांत नहीं हो रहे हैं. सपा विधायक अतुल प्रधान पर स्पीकर सतीश महाना बेहद खफा हो गए. उन्होंने चेतावनी देते हुए अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया है. स्पीकर ने मार्शलों से यहां तक कह दिया कि अतुल प्रधान को उठाकर बाहर फेंक दीजिए. हालांकि, सपा विधायक इसके बाद भी शांत नहीं बैठे.
विधानसभा: स्पीकर ने सपा विधायक को लेकर कही ये बात
सदन(Up Vidhan Sabha) से बाहर आने के बाद विधायक अतुल प्रधान ने फिर वही तेवर दिखाए और वो सदन के बाहर धरने पर बैठ गए. उन्होंने इस दौरान कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने उनको बाहर फेंकने की बात कही है, ये सब करके उनकी आवाज दबाई जा रही है. लेकिन वो ड़रने या दबने वाले नहीं है. अतुल प्रधान ने कहा, हमने झांसी अस्पताल में हुए हादसे को लेकर सरकार से सवाल पूछा था.
अतुल प्रधान ने कही ये बातः
लेकिन डिप्टी सीएम ने अलग लहजे में जवाब दिया. नेता प्रतिपक्ष को भी इस दौरान गलत तरीके से ट्रीट किया गया. जिसपर बहस हुई तो हम वेल में आ गए. इसी के बाद स्पीकर नाराज हो गए. क्योंकि, मैं लंबा-चौड़ा हूं तो शायद नजर में मैं ही आया. फिलहाल, खुद से स्पीकर के पास नहीं जाऊंगा. अगर निलंबित रहता हूं तो चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के नीचे धरने पर बैठ जाऊंगा. जैसा भी पार्टी का और सीनियर नेताओं का आदेश होगा वो करूंगा. लेकिन सदन में जैसे को तैसा जवाब दूंगा.
दरअसल, विधानसभा(Up Vidhan Sabha) में स्वास्थ्य के मुद्दे पर बहस चल रही थी, इसी बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोगों में बहस हो गई. अतुल प्रधान और राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण में कहासुनी बढ़ गई. जिस पर स्पीकर ने दखल दिया तो हंगामा होने लगा. इस दौरान सतीश महाना काफी गुस्से में नजर आए और अपने आसन से खड़े हो गए.
उन्होंने कहा कि वो अतुल प्रधान की सदस्यता भी खत्म करते हैं. बार-बार कहने के बावजूद जब अतुल प्रधान हंगामा करने से बाज नहीं आए तो स्पीकर ने कहा कि इनको उठाकर सदन से बाहर निकाल दीजिए. अब अपने निष्कासन के विरोध में अतुल प्रधान और दूसरे सपा विधायक धरने पर बैठ गए.
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