बाज़ार में चाइनीज लहसुन की दस्तक ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। लहसुन के दाम बढ़ने से मिलावटखोरों ने लहसुन को अपना शिकार बना लिया है। यह मिलावटी लहसुन स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक हानिकारक हो सकता है। मार्केट में बिकने वाले चाइनीज लहसुन से कैसे बचा जाए इसका एक ही समाधान है कि आप उसकी पहचान करें और ख़रीदने से बचें। सिर्फ़ देसी लहसुन ही ख़रीदें। तो चलिए जानते हैं चाइनीज़ लहसुन को कैसे पहचान सकते हैं।

चाइनीज़ लहसुन

चाइनीज लहसुन दिखने में खिला खिला होता है। उसकी कलियाँ काफ़ी मोटी होती हैं। साथ ही उसका स्वाद भी नहीं होता है। जिसकी वजह मिलावटी रासायनिक पदार्थ है। सिंथेटिक भी मिला होता है। जिसे खाने से कैंसर तक का ख़तरा हो सकता है।

नक़ली लहसुन

नक़ली लहसुन को हानीकरण कैमिकल से तैयार किया जाता है। नक़ली लहसुन उगाने के लिए लेड, मेटल और क्लोरीन का उपयोग किया जाता है। निचले हिस्से पर लहसुन अगर ब्राउन की जगह सफ़ेद है तो इसका मतलब वह लहसुन नक़ली है।

देसी लहसुन

देसी लहसुन की पहचान आसान है। इसकी कलियाँ छोटी और नॉर्मल साइज की होती हैं। देसी लहसुन की गांठों पर काफ़ी दाग धब्बे होते हैं। इनका छिलका एकदम सफ़ेद नहीं होता है। इसमें सुगंध भी तेज होती है। कलियों को रगड़ने पर चिपचिपाहट लगेगी। इन तरीक़ों से आप आसानी से यह पता लगा पाएंगे कि कौन सा लहसुन देसी है और कौन सा चाइनीज़। चाइनीज़ और नक़ली लहसुन आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। ज़रूरी है कि अब सही लहसुन का ही इस्तेमाल करें और स्वास्थ्य रहें। अगर पूरी तरह से संतुष्ट ना हों तो ऐसे लहसुन को लेने से ही बचें।