महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद नई सरकार के गठन का रास्ता साफ नहीं हो पा रहा है. नई सरकार का स्वरूप क्या होगा इसे लेकर मीटिंग पर मीटिंग होने के बावजूद कुछ भी तय नहीं हो सका. इसकी सबसे बड़ी वजह एकनाथ शिंदे की नाराजगी को माना जा रहा है. इसके चलते आज होने वाली महायुति की बैठक रद्द हो गई.
बैठक के कैंसिल होने के बाद शिंदे अपने गांव के लिए रवाना हो गए. गुरूवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ महायुति के तीनों प्रमुख नेता देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार और एकनाथ शिंदे की मीटिंग हो चुकी है.
मीटिंग से पहले प्रेस कांफ्रेंस कर शिंदे ने मुख्यमंत्री ना बनने की बात रखी थी. उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी जो भी फैसला लेंगे मैं उसका सम्मान करूंगा.एकनाथ शिंदे का बैठक छोड़कर गांव चले जाने से ये अनुमान लगाया जा रहा है कि वो नई सरकार के गठन से नाराज हैं. अब उम्मीद है कि एकनाथ शिंदे के वापस आने के बाद फिर से महायुति की बैठक होगी.
बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे अब उपमुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते. इसके अलावा विभागों के बंटवारे को लेकर भी कुछ दिक्कते हैं. बताया जा रहा है कि नई सरकार में भाजपा गुह मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है. इसके अलावा अजित पवार की एनसीपी अपने पास वित्त और शिंदे सेना अपने पास शहरी विकास व पीडब्लूडी मंत्रालय रखने की इच्छुक है.
माना जा रहा है कि नई सरकार में भाजपा के 22 मंत्री, शिवसेना के 12 मंत्री और एनसीपी के 9 मंत्री बनाए जा सकते हैं. . बुधवार को एक अहम प्रेस कॉफ्रेंस में एकनाथ शिंदे ने ये एलान कर दिया कि वो सीएम पद की रेस में नहीं है. उन्होंने कहा कि मैने कभी खुद को मुख्यमंत्री नहीं समझा, मैं हमेशा एक आम आदमी बनकर रहा हूं. मैने हमेशा राज्य की बेहतरी के लिए काम किया है.
उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र की लाडली बहनों का लाडला भाई हूं. शिंदे ने कहा कि मैने पीएम मोदी को फोन करके कहा है कि हमारे बीच कोई अड़चन नहीं है. आप जो भी फैसला लेंगे वो हमें मंजूर होगा. हम सब एनडीए का हिस्सा हैं.
उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर काम करने को तैयार हैं और यहां पर महायुति पूरी तरह से मजबूत है. पीएम जो भी निर्णय लेंगे वो शिवसेना को मंजूर होगा. शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया, उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया, मैं उनका शुक्रगुजार हूं.
शिंदे के इस एलान के बाद ये लगभग तय हो गया है कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं. बता दें कि 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र चुनाव में महायुति गठबंधन को कुल 235 सीटें मिली थी. इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटों पर जीत मिली थी.