HDFC बैंक: भारत के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक HDFC ने प्रगति बचत खाता शुरु करने की घोषणा की हैं. इसे विशेष रुप से देश भर में ग्रामीण और सेमी-अर्बन लोगों की बैंकिग जरुरत को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया हैं.
सेमी-अर्बन और ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी 51 फीसदी शाखाओं के साथ एचडीएफसी बैंक ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन करना और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना जारी रखता है.
HDFC बैंक ने एक बयान में बताया कि HDFC बैंक के प्रगति बचत खाते का उद्देश्य भारत के कृषि क्षेत्र के लिए व्यापक बैकिंग इकोसिस्टम का निर्माण करना है. इसमें किसान स्व-नियोजित व्यक्ति, ग्रामीण निवासी स्वंय सहायता समूह और सहकारी समितियां शामिल हैं.
एचडीएफसी बैंक ने एक बयान में कहा कि एचडीएफसी बैंक के प्रगति बचत खाते का उद्देश्य भारत के कृषि क्षेत्र के लिए एक व्यापक बैंकिंग इकोसिस्टम का निर्माण करना है. इसमें किसान (पारंपरिक और मवेशी प्रजनन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन और डेयरी फार्मिंग दोनों), स्व-नियोजित व्यक्ति, ग्रामीण निवासी, स्वयं सहायता समूह और सहकारी समितियां शामिल हैं.
एचडीएफसी बैंक की सेमी-अर्बन और ग्रामीण इलाकों में 4,600 से ज्यादा शाखाएं भारत की लगभग दो-तिहाई आबादी तक पहुंचने के लिए प्रोडक्ट का लाभ उठाने के लिए टचपॉइंट के रूप में काम करेंगी, जिससे ग्रामीण आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.
इसके अलावा, नई पेशकश कई उद्योग-प्रथम सुविधाएं लाएगी, जैसे कि बिगहाट के साथ साझेदारी, 17 मिलियन से ज्यादा किसानों को छूट और बेहतर प्रोडक्टिविटी के लिए खेती के संसाधनों तक पहुंच देना.