उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रदेश का सियासी पारा काफी चढ़ा हुआ है. आज शाम को सभी सीटों पर चुनाव प्रचार थम गया, अब 20 नवंबर को सभी सीटों पर मतदान होगा.

23 नवंबर को दो राज्यों के साथ उपचुनाव के नतीजे आएंगे. मतदान से पहले प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने कई मांगे उठाई.

ये पत्र सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल की तरफ से चुनाव आयोग को लिखा गया है. सपा की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है कि मतदान के दिन ऐसी व्यवस्था की जाए जिससे कोई पुलिसकर्मी किसी मतदाता की आईडी की जांच ना करने पाए.

सपा की ओर से कहा गया है कि बूथ पर पोलिंग ऑफीसर के अलावा कोई भी मतदाता का पहचान पत्र ना जांचे. इसके साथ ये भी कहा गया कि मतदाताओं को किसी तरह से डराया या धमकाया ना जाए.

इसके अलावा समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने ये मांग उठाई है कि सभी 9 सीटों पर वोटिंग खत्म होने के बाद एजेंट को कुल मतदाता के पड़े वोट की जानकारी की प्रमाणित प्रति उपलब्ध करवाई जाए. लोकसभा चुनाव के दौरान सपा की ओर से चुनाव आयोग पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए गए थे.

हालांकि बाद में चुनाव आयोग ने सवालों के जवाब दिए थे. इस बार चुनाव का एलान करते वक्त चुनाव आयोग पहले ही कह चुका है कि उसकी ओर से लेवल प्लेइंग फील्ड को बरकरार रखने के लिए जहां जरूरत पड़ेगी स्वतः की कदम उठाया जाएगा.

बता दें यूपी की फूलपुर, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है. पहले यूपी में उपचुनाव 13 नवंबर को होना था जिसे भाजपा की मांग के बाद त्योहारों के चलते 20 नवंबर कर दिया गया.