उत्तर प्रदेश के किसानों को अब जल्द ही एक डिजिटल पहचान ID कार्ड के रूप में मिलने वाली है. किसानों के लिए हमेशा ही नई तकनीकों और समाधानों की तलाश रहती है. ताकि वह अधिक समृद्ध बन सकें. सरकारों द्वारा अनेकों योजनाएँ किसानों के हित में चलाई जाती हैं. कोई भी किसान इस योजना से वंचित ना रहे सरकार इसका भी प्रयास करती रहती है.
इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को एक पहचान देने के लिए एक ID कार्ड देने का फैसला किया है. माना जा रहा है इस डिजिटल पहचान ID कार्ड से किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सकेगा, जिसके वह हक़दार हैं.
डिजीटलीकरण से किसानों को मिलेगी पहचान
इस पहल से किसानों को उनकी जमीन की मैपिंग और उनकी फसल के प्रकार के अनुसार उपयोगी सुझाव और मौसम की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी. इससे किसान समय पर सही निर्णय ले पाएँगे और फसल की उपज में वृद्धि कर सकेंगे. इसके अतिरिक्त, डिजिटल आईडी कार्ड के माध्यम से किसान आसानी से सरकारी सब्सिडी, लोन और अन्य वित्तीय सेवाओं को प्राप्त कर सकते हैं.
ऐसे में यह किसान डिजिटल आईडी कार्ड कृषि क्षेत्र के डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह न केवल किसानों के लिए लाभकारी साबित होगा, बल्कि भारतीय कृषि की समग्र उन्नति में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा.
सभी किसानों को मिलेगा डिजिटल ID कार्ड
इस पहल के तहत सरकार हर किसान को डिजिटल आईडी मुहैया कराएगी. जिसके तहत आधार की तर्ज़ पर अब किसानों का स्मार्ट कार्ड बनाया जा रहा है. इस आईडी से किसान की पहचान की जा सकेगी. सरकारी योजनाओं का लाभ भी वही किसान ले सकेंगे जिनका डाटा ऑनलाइन रजिस्ट्री में मौजूद होगा. ऐसे में अब प्रदेश के हर किसान की डिजिटल पहचान जरुरी होगी.