बाज़ार में सब्ज़ियों के दामों में तेज़ी देखने को मिल रही है. फिर चाहे वह प्याज़ हो या लहसुन दोनों के दाम आसमान की बुलंदियों पर पहुंच चुके हैं. जिस वैरायटी का लहसुन 400 रुपए किलो तक मिल रहा था अब उसके दाम 500 रुपए किलो तक पहुँच चुके हैं. कुछ जगहों पर तो इससे भी अधिक दाम लहसुन के देखने को मिल रहे हैं.

जानकारों के मुताबिक़ फ़िलहाल यही रेट क़ायम रहने की उम्मीद है. आढ़तियों का कहना है कि स्टॉक की उपलब्धता कमजोर रहने से दाम बढ़ रहे हैं. होली तक ही नए स्टॉक आएँगे, तभी लहसुन के दामों में कमी आ सकती है. शहरी क्षेत्र में कई स्थानों पर लहसुन 60 रुपए का सौ ग्राम बेचा जा रहा है.
आधा किलो लेने पर 250 रुपये माँगे जा रहे. तौल में भी गड़बड़ी क़ायम है. पैरोकार का कहना है कि दाम बढ़ने की वजह से लहसुन की बिक्री में बड़ी गिरावट हुई है. नियमित खपत वाले भी अब सोच समझ कर लहसुन ख़रीद रहे.

थोक दाम घटने से प्याज़ के सस्ते होने की उम्मीद जगी

प्याज़ के भाव में आइ तेज़ी पर कुछ राहत मिल सकती है. दरसल, दिवाली के चलते महाराष्ट्र से प्याज़ की खेप नहीं आ सकी थी. इस वजह से दाम बढ़ गए थे. अब आपूर्ति सामान्य हो रही है. अब मंडियों में प्याज़ पर्याप्त पहुंचने लगा है. मांग अचानक बढ़ने के कारण ख़ाली हो गए प्याज़ के स्टॉक फिर से भरने शुरू हो गए हैं. इससे उम्मीद है कि जल्द ही आम आदमी को बाज़ार में प्याज़ की क़ीमतों में कमी देखने को मिलेगी.